भागलपुर: स्मार्ट सिटी की कार्ययोजना को लेकर एसपीवी में उप सचिव और उप समाहर्ता स्तर के दो पदाधिकारियों की नियुक्ति को लेकर एसपीवी के सीइओ अवनीश कुमार सिंह ने एसपीवी के चेयरमैन अजय कुमार चौधरी को शुक्रवार को पत्र लिखा है. चेयरममैन की दोनों नियुक्तियों वाली फाइल पर हस्ताक्षर के बाद इनकी नियुक्ति की प्रक्रिया […]
भागलपुर: स्मार्ट सिटी की कार्ययोजना को लेकर एसपीवी में उप सचिव और उप समाहर्ता स्तर के दो पदाधिकारियों की नियुक्ति को लेकर एसपीवी के सीइओ अवनीश कुमार सिंह ने एसपीवी के चेयरमैन अजय कुमार चौधरी को शुक्रवार को पत्र लिखा है. चेयरममैन की दोनों नियुक्तियों वाली फाइल पर हस्ताक्षर के बाद इनकी नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी.
दोनों पदाधिकारियों की नियुक्ति के बाद स्मार्ट सिटी की योजनाओं का कार्य उन्हें दिया जायेगा. उप सचिव और उप समाहर्ता स्तर के पदाधिकारियों की नियुक्ति प्रक्रिया का पत्र सीइओ नेे शुक्रवार को चेयरमैन को भिजवाया है. शहर को स्मार्ट सिटी बनाने को लेकर छोटे से लेकर बड़े स्तर की योजनाओं का खाका बनना शुरू हो गया है. नगर विकास विभाग द्वारा स्मार्ट सिटी की योजनाओं को बनानेे के लिए स्पर के पांच पदाधिकारी भी मार्च तक शहर में रह कर एसपीवी कंपनी के चेयरमैन सह प्रमंडलीय आयुक्त और सीइओ सह नगर आयुक्त के साथ मिलकर योजनाओं पर काम करेंगे. स्पर के पदाधिकारियों ने दो दिन पहले ही शहर में आकर अपनी कार्य योजना पर काम भी शुरू कर दिया है.
आज सीढ़ी घाट देखने जायेगी स्पर की टीम : शनिवार को स्पर की टीम बरारी सीढ़ी घाट को देखने जायेगी. टीम के एक्सपर्ट द्वारा शहर के सभी गंगा घाट किनारों को स्मार्ट सिटी में विकसित करने को लेकर यह निरीक्षण किया जा रहा है.
वैसे भी बरारी सीढ़ी घाट में भगवान श्रीकृष्ण और माता राधा का बड़ा और पौराणिक मंदिर है. इस मंदिर को भी स्मार्ट सिटी के तहत संवारने की कार्ययोजना में शामिल करने की संभावना है. वैसे शहर में बूढ़ानाथ घाट मंदिर भी बहुत ही प्राचीन मंदिर है और यहां हजारों भक्त हर दिन दर्शन करनेे आते हैं. इस मंदिर को स्मार्ट सिटी में संवारा जा सकता है. वैसे भी गंगा घाटों को संवारने की प्रक्रिया स्मार्ट सिटी में है. एसपीवी के सीइओ अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि स्पर की टीम के द्वारा शनिवार को सीढ़ी घाट का निरीक्षण किया जायेगा.
गंगा में नाला का पानी न गिरेे इसके लिए विशेष कार्य योजना : स्मार्ट सिटी में गंगा को निर्मल और पतित पावनी बनाने को लेकर विशेष कार्य योजना बनायी जायेगी. इस योजना में गंगा घाट किनारेे सभी नालाें को एक में मिलाकर उसके पानी गिरने वाले जगह पर एक ट्रीट्रमेंट प्लांट लगाया जायेगा. इस योजना को हर हाल में धरातल पर लाया जायेगा. नाला के गंदा पानी को ट्रीटमेंट करने के बाद ही गंगा घाट में गिराया जायेगा.