भागलपुर : बैंकिंग शाखाओं में अभी भी नकदी की कमी है, जिससे कि बड़े नोटों की अदला-बदली का कार्य प्रभावित है. चेस्ट बैंकिंग ड्राइ होने से यह स्थिति बनी है. बैंकों में नकदी की कमी दूर करने के लिए सोमवार से चेस्ट बैंकिंग ने आपसी तालमेल शुरू कर दिया है. यहां पांच बैंक एसबीआइ, यूको, बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया व इलाहाबाद बैंक का चेस्ट है.
आपसी तालमेल से बैंकों में नकदी की कमी हद तक दूर हो सकती है. हालांकि एसबीआइ के चेस्ट में रुपये की कमी नहीं है. एसबीआइ के अधिकारी का कहना है कि कैश मैनेजमेंट के लिए वे खुद सक्षम हैं. मगर, यूको बैंक, सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया एवं इलाहाबाद चेस्ट को आरबीआइ से रुपये नहीं आये हैं. इसके चलते उक्त चेस्ट के लिंक बैंकों को कैश उपलब्ध कराने में दिक्कतें हो रही है,
जिसका सीधा असर लोगों के बैंकिंग सेवा-सुविधा पर पड़ा है. सोमवार को आरबीआइ से एसबीआइ के चेस्ट को कैश आया. एसबीआइ से यूको बैंक ने करेंसी ली, वहीं इलाहाबाद के चेस्ट को रुपये मिले. अधिकारी के अनुसार बैंकों की नकदी की कमी दूर तभी हो सकती है, जब आरबीआइ से पर्याप्त करेंसी भेजी जायेगी. सभी पांचों चेस्ट बैंकिंग को लगभग 450 करोड़ रुपये चाहिए. करेंसी के लिए डिमांड किया गया है, मगर आरबीआइ से नहीं आया है.
अगली बार 100 और 500 के नये नोट आयेंगे : एसबीआइ के चेस्ट को सोमवार को आरबीआइ से 2000 के नये नोट आये हैं. बैंक अधिकारी के अनुसार अगली बार आरबीआइ से नोटों का खेप आयेगा, उसमें 100 और 500 के नये नोट होंगे.
आरबीआइ से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को आये 2000 के नये नोट
सभी पांचों चेस्ट बैंकिंग ने एक-दूसरे से करेंसी लेकर बैंकों को भेजा
2000 के नोट डाकघर से लेने को कोई तैयार नहीं
2000 के नये नोट डाकघर तक भी पहुंच गये हैं, मगर कोई लेने को तैयार नहीं है. सोमवार को कई लोगों ने 2000 के नये नोट लेने से इनकार कर दिया. डाक अधिकारी के मुताबिक डाकघर की बैंकिंग छोटे पैमाने पर है. यहां से गांव के छोटे-छोटे लोग जुड़े हैं. उन्हें 2000 के नये नोट भुनाने को लेकर दिक्कतें आ रही है, जिससे वह लेने से इनकार कर रहा है. उन्होंने बताया कि कई ऐसे लोग है, जिसे एटीएम या बैंकों से 2000 के नये नोट मिले हैं, वह इसे बदलने के लिए डाकघर आ रहे हैं.
चेस्ट बैंकिंग ने आपसी तालमेल शुरू कर दी है, जिससे बैंकों में नकदी की कमी धीरे-धीरे दूर होने लगी है. आरबीआइ से जब करेंसी आ जायेगा, तो फिर कोई कमी नहीं रहेगी. बड़े नोटों को बदलने के लिए भी भीड़ में कमी आयी है.
आनंद मोहन दास, एलडीएम
आरबीआइ से 2000 के नये नोट मिले हैं. अगली बार 100 और 500 के नये नोट आयेंगे. डिमांड भेजा गया है. कैश की कोई कमी नहीं है. आरबीआइ से नहीं आने पर भी एसबीआइ कैश मैनेजमेंट के लिए खुद सक्षम है.
विनय कुमार, क्षेत्रीय प्रबंधक,
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, भागलपुर
डाकघर में भी 2000 के नये नोट आये हैं, मगर छोटी रकम निकासी करनेवाले इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं. वहीं लोगों को 2000 के नये नोट बदलने में भी परेशानी हो रही है. बैंकों और एटीएम से मिले 2000 के नोट बदलने के लिए लोग डाकघर आ रहे हैं.
डीके झा, डाक अधीक्षक, भागलपुर