हादसा. कजरैली के लक्षमिनिया पुल के पास ऑटो-बाइक की टक्कर
Advertisement
दुर्घटना में दो की मौत, एक गंभीर
हादसा. कजरैली के लक्षमिनिया पुल के पास ऑटो-बाइक की टक्कर बाइक सवार अमरपुर के सुरिहारी के करण यादव और ऑटो सवार सजौर के गणेश झा की मौत हो गयी बाइक सवार दूसरा व्यक्ति सुरिहारी का ही रहने वाला शेखर गंभीर रूप से घायल हो गया शेखर और कारू तमिलनाडु जाने के लिए घर से निकले […]
बाइक सवार अमरपुर के सुरिहारी के करण यादव और ऑटो सवार सजौर के गणेश झा की मौत हो गयी
बाइक सवार दूसरा व्यक्ति सुरिहारी का ही रहने वाला शेखर गंभीर रूप से घायल हो गया
शेखर और कारू तमिलनाडु जाने के लिए घर से निकले थे, दुर्गापूजा में वे घर आये थे
भागलपुर : कजरैली थाना क्षेत्र स्थित लक्षमिनिया पुल के पास ऑटो और बाइक की टक्कर में बाइक और ऑटो पर सवार दो लोगों की मौत हो गयी. जबकि बाइक सवार दूसरा व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया. एक्सीडेंट में बाइक चला रहे अमरपुर के सुरिहारी के रहने वाले करण उर्फ कारू यादव की मायागंज अस्पताल लाने के दौरान रास्ते में ही मौत हो गयी. ऑटो सवार सजौर के करहरिया के रहने वाले बुजुर्ग व्यक्ति गणेश झा की मौके पर ही मौत हो गयी. गणेश झा किसान थे और कोर्ट के किसी काम से वे भागलपुर आये थे. बाइक पर पीछे बैटे सुरिहारी के ही रहने वाले शेखर का पैर टूट गया है. वह होश में है और उसका इलाज मायागंज में किया जा रहा है.
काम पर तमिलनाडु जाने के लिए निकले थे दोनों : मायागंज में इलाज करा रहे शेखर ने बताया कि वह और कारू तमिलनाडु के सेलम में एक कंपनी में काम करता था. उसने बताया कि दुर्गापूजा की छुट्टी में वे दोनों घर आये थे. कारू का छोटा भाई अभी भी तमिलनाडु में ही है. अमरपुर से कारू और शेखर बाइक से निकले. कारू बाइक चला रहा था जबकि शेखर पीछे बैठा था.
भागलपुर से उन्हें ट्रेन पकड़नी थी. लक्षमिनिया पुल के पास पहुंचने पर देखा कि सामने से ऑटो आ रहा था. शेखर का कहना है कि उसकी बाइक जिस तरफ साइड की जा रही थी उधर ही ऑटो भी आ गया. दोनों की टक्कर होते ही वह और कारू दूर जा गिरा जबकि ऑटो पलट गया. कारू के सिर में चोट थी, पंजरे की हड्डी टूट चुकी थी, पैर भी टूट चुका था. कजरैली पुलिस मौके पर पहुंची. गणेश झा को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा गया जबकि शेखर और कारू को मायागंज लाया गया जहां कारू को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया.
ठेकेदार की बहन के यहां बाइक लगानी थी : शेखर से जब पूछा गया कि दोनों बाइक से आ रहे थे तो ट्रेन पकड़ने से पहले वे बाइक कहां लगाते. इसपर शेखर ने बताया कि कारू के ठेकेदार का नाम दिवाकर है जिसकी बहन सरदारपुर में रहती है. कारू और शेखर उसी के घर बाइक लगाते और ट्रेन पकड़ने स्टेशन आ जाते. कुछ ही दूरी का और सफर करना था जिसके बाद वे दिवाकर की बहन के घर पहुंच जाते.
दुर्घटनास्थल पर ऑटो व मोटरसाइकिल व सड़क पर बिखरा कांच.
लोगों की भीड़ थी पर कोई घायलों की मदद को आगे नहीं आया
लोगों में संवेदनशीलता में आयी कमी का नजारा कजरैली में घटनास्थल पर दिखी. मायागंज आये कुछ लोगों ने बताया कि एक्सीडेंट होने पर तेज आवाज हुई और टीवीएस स्पोर्ट्स काले रंग की बाइक (बीआर 10 के 8469) सवार दूर जा गिरे. ऑटो (बीआर 10 पी 5581) भी पलट गया. उसके बाद वहां आस-पास के लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गयी. घायल तड़प रहे थे पर भीड़ में से कोई भी उनकी मदद को आगे नहीं आया. सभी बस खड़े होकर पुलिस का इंतजार करते रहे. कजरैली पुलिस की गश्ती गाड़ी कुछ मिनटों के बाद वहां पहुंची और पुलिस ने घायलों को गाड़ी से मायागंज पहुंचाया. अगर वहां खड़े लोग मदद को आगे आते तो कारू की जान भी बच सकती थी. घायलों की मदद नहीं करना ठीक नहीं. अगर पुलिस की पूछताछ की वजह से लोग घायलों की मदद नहीं करना चाहते तो उन्हें जानना चाहिए कि सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही आदेश दे रखा है कि घायलों को अस्पताल तक पहुंचाने वालों से पुलिस सवाल जवाब नहीं करेगी और उन्हें परेशान नहीं करेगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement