23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

विस्थापितों को कोई भगा नहीं सकता

विवाद. गोशाला की जमीन खाली कराने नहीं पहुंचे पदाधिकारी, सांसद ने कहा गोपाल गोशाला नवगछिया की जमीन पर रह रहे पुनामाप्रतापनगर के विस्थापितों को हटाने गुरुवार को प्रशासन नहीं पहुंचा. यहां से इन लोगों को हटने के लिए दिये गये नोटिस पर अमल के लिए गुरुवार को अंतिम तिथि निर्धारित की गयी थी. पुलिस प्रशासन […]

विवाद. गोशाला की जमीन खाली कराने नहीं पहुंचे पदाधिकारी, सांसद ने कहा

गोपाल गोशाला नवगछिया की जमीन पर रह रहे पुनामाप्रतापनगर के विस्थापितों को हटाने गुरुवार को प्रशासन नहीं पहुंचा. यहां से इन लोगों को हटने के लिए दिये गये नोटिस पर अमल के लिए गुरुवार को अंतिम तिथि निर्धारित की गयी थी. पुलिस प्रशासन के नहीं पहुंचने से यहां रह रहे 600 विस्थापित परिवारों काे राहत मिली.
नवगछिया : विस्थापितों के पक्ष में मौके पर भागलपुर के सांसद शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल करीब 11 बजे पहुंचे. उन्होंने विस्थापितों को आश्वस्त किया कि जो भी उन लोगों को हटाने आयेंगे उन्हें देखेंगे. सांसद करीब डेढ़ घंटे तक स्थल पर प्रशासनिक पदाधिकारियों के आने का इंतजार करते रहे. बता दें कि पुनामा प्रतापनगर में हुए कोसी कटाव के बाद करीब तीन दशक से करीब 600 भूमिहीन परिवार गौशाला की जमीन पर ही रह रहे हैं. विगत वर्षों में करीब 396 लोगों को जमीन का परचा भी दिया गया. जब उस जमीन की हकीकत की जानकारी ली गयी तो ढोजबज्जा में सरजमीन पर जमीन है ही नहीं.
विस्थापित शैलेश, ब्रह्मदेव मंडल, संजय मंडल, अशोक यादव, दिवाकर यादव, सुभाष यादव आदि ने सांसद से कहा कि वे लोग भूमिहीन हैं. किसी तरह यहां रह कर गुजर-बसर करते हैं. अगर उन लोगों को हटा दिया तो वे लोग कहां जायेंगे.
सांसद की मौजूदगी में समिति गठित : सांसद की मौजूदगी में ही गौशाला की जमीन का अधिग्रहण कर विस्थापितों काे बसाने के लिए लिए एक समिति का गठन किया गया. समिति में ब्रह्मदेव यादव, शैलेश यादव, अशोक यादव, दिवाकर यादव, सुभाष यादव शामिल हैं.
अब ये लोग जायेंगे कहां : सांसद
सांसद ने कहा वर्ष 1987 के कोसी के कटाव के बाद से यहां विस्थापित परिवार रह रहे हैं. लगभग 28-29 साल हो गये अब ये लोग कहां जायेंगे. माननीय हाईकोर्ट का निर्देश आया है कि गोशाला की जमीन को खाली कर दिया जाये. मैं न्यायालय का सम्मान करता हूं. न्यायालय का आदेश सर्वमान्य है. मैं यह भी कहना चाहूंगा कि सरकार का नियम कानून है. जो लोग बेघर है, भूमिहीन हैं उसको बसाने के बाद ही खाली कराया जाये. मिल्की गोशाला की जमीन पर जो हमारे परिवार के लोग बसे हैं,
उन्हें उजाड़ने की इच्छा त्याग दी जाये. माननीय मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि गोशाला की जमीन को सरकार हस्तांतरित करते हुए इसी जमीन को यहां पर बसे लोगों को आवंटित करने का काम करे. लोगों की पीड़ा को देखते हुए नोटिस देने का काम भी बंद कर देना चाहिए. क्योंकि जब से विस्थापितों को नोटिस दिया गया है, सदमे से छह लोगों की मौत हो चुकी है. विस्थापितों को यहां से कोई नहीं हटा सकता है. जब तक बुलो मंडल जिंदा है मिल्की गोशाला की जमीन से इन लोगों को कोई नहीं हटा सकता. इसके लिए जो भी करना पड़े किया जायेगा. सरकार का काम भी बसाने का है. सब कुछ कट गया, जोत जमीन भी कट गया. अब ये लोग कहां जायेंगे. इतती जमीन से गोशाला का कुछ नहीं होने वाला है. उनसे भी अनुरोध है कि इस तरह के कार्यों में रुचि नहीं लें.
विस्थापितों ने कहा, तबाह हो गयी है हमारी जिंदगी सदमे से अब तक छह की हो चुकी है मौत
विस्थापितों ने कहा कि यहां पर उन लोगों की जिंदगी से तबाह हो गयी है. बार-बार प्रशासन नोटिस थमा रहा है. नोटिस मिलने के बाद बेघर और सड़क पर आ जाने के सदमे से अब तक छह विस्थापित हवा देवी, गिरजा देवी, दयाशकर यादव, अरविंद यादव व दो अन्य की मौत हो चुकी है. सात से अधिक लोग बीमार हैं.
विस्थापितों ने कहा कि उन लोगों को बार बार मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है. इससे हम निजात चाहते हैं. इसलिए अब आर पार की लड़ाई लड़ी जायेगी. विस्थापितों के पक्ष से गये सांसद के साथ युवा राजद के प्रदेश प्रवक्ता अरुण कुमार यादव, युवा नेता शैलेश यादव, नंदू यादव, व्यावसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष संजीव झा आदि मौजूद थे.
कहते हैं एसडीओ : नवगछिया के एसडीओ राघवेंद्र सिंह ने कहा कि विस्थापित न्यायालय गये हैं. पूरी तरह से कानूनी जानकारी ले कर ही आगे की कार्रवाई की जायेगी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें