नवगछिया : कदवा का कुख्यात खोखा सिंह इन दिनों जेल में है. खोखा के बढ़ते उपद्रव के बाद जब ग्रामीणों ने थाने का घेराव किया था तो हरकत में आयी पुलिस ने खोखा पर दबिश बनायी थी और खोखा को पूर्णिया से गिरफ्तार किया था. खोखा के जेल गये एक वर्ष से भी अधिक समय हो गया है. चर्चा है कि खोखा जल्द ही जमानत लेकर जेल से बाहर निकलने वाला है. कमलेश्वरी हत्याकांड में खोखा सिंह की संलिप्तता की आशंका है. हालांकि पुलिस ने अभी इस बात को स्पष्ट नहीं किया है, लेकिन नवगछिया के एसपी ने इतना जरूर कहा है कि जेल में बंद एक अपराधी की भी इस हत्याकांड में भूमिका है.
कदवा में चर्चा है कि छोटुवा किशोरवय उम्र से ही खोखा के सोहबत में रहता था. खोखा के सोहबत में ही उसने अापराधिक तालिम ली और इन दिनों खोखा के ही इशारे पर कमलेश्वरी भगत को मार डाला. विनोद यादव की हत्या के बाद छोटू ने कई बार आरोपियों को पनाह दिया. पिंटू सिंह को वह अपने साथ ही रखता था.
इन दिनों इलाके के कई अपराधियों से उसकी पहचान हुई थी. छोटुवा को लगने लगा था कि वह पहले से भी अधिक ताकतवर हो गया है. अपने 18 कट्ठा जमीन को खाली कराने के लिए कई बार कमलेश्वरी भगत पर दबाव बना चुका था. इस सिलसिले में उससे रंगदारी अन्यथा हत्या की धमकी दे चुका था. लेकिन महज 10, 20 वर्ष के छोटुवा को कमलेश्वरी भगत और उनके परिजनों ने हल्के से लिया. कमलेश्वरी भगत हत्याकांड में एक अन्य व्यक्ति का भी नाम सामने आया है.