गोपालपुर : पटना हाइकोर्ट की अवमानना मामले में नवगछिया एसपी पंकज सिन्हा ने गोपालपुर व इस्माइलपुर थानाध्यक्ष व एक दरोगा पर विभागीय कार्रवाई करने से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है. हाइकोर्ट के निर्देश पर भी गोपालपुर व इस्माइलपुर पुलिस ने फुलकिया कोल ढाब, बुद्धूचक कोल ढाब, गंगारामपुर गंधर्व कोल ढाब पर पट्टाधारी को […]
गोपालपुर : पटना हाइकोर्ट की अवमानना मामले में नवगछिया एसपी पंकज सिन्हा ने गोपालपुर व इस्माइलपुर थानाध्यक्ष व एक दरोगा पर विभागीय कार्रवाई करने से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है. हाइकोर्ट के निर्देश पर भी गोपालपुर व इस्माइलपुर पुलिस ने फुलकिया कोल ढाब, बुद्धूचक कोल ढाब,
गंगारामपुर गंधर्व कोल ढाब पर पट्टाधारी को सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराने के कारण वाद के परिवादी द्वारा अवमाननावाद हाइकोर्ट में दायर करने के बाद एसपी ने गोपालपुर थानाध्यक्ष शिव कुमार यादव को दो दिनों में स्पष्टीकरण का जवाब मांगा था, लेकिन थानाध्यक्ष ने जवाब नहीं दिया. इस कारण एसपी ने विभागीय कार्रवाई प्रारंभ की है.
इस्माइलपुर थानाध्यक्ष अंबिका प्रसाद का स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाये जाने के कारण इन पर भी विभागीय कार्रवाई की गयी है. गोपालपुर थाना के अनि दुर्गादत्त पांडे पर एक अयोग्य पुलिस पदाधिकारी होने के आरोप में विभागीय कार्रवाई प्रारंभ की गयी है.
क्या है मामला. जिला मत्स्य पदाधिकारी द्वारा 01 बुद्धूचक कोलढाब, 02 रामपुर गंधर्व कोलढाब, 03 फुलकिया कोल ढाब को इस्माइलपुर प्रखंड मत्स्य जीवी सहयोग समिति लिमिटेड को बंदोबस्त किया गया था. उक्त कोलढाब को बुद्धूचक के उचित सिंह (महलदार) ने आठ लाख रुपये नकद देकर 2015-2019 तक के लिए लीज पर शिकारमाही के लिए सचिव चुल्हाय सिंह से लिया, लेकिन बाद में मंत्री चुल्हाय सिंह ने अन्य लोगों के सहयोग से चोरी-छिपे व जोर-जबरदस्ती हथियार के बल पर शिकारमाही करने का आरोप लगाया जा रहा है. पट्टाधारी उचित सिंह के अनुसार आवेदन देने के बावजूद गोपालपुर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है, तो मेरे साथ कभी भी बड़ी घटना घट सकती है.