भागलपुर : इस्टर्न बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की ओर से प्रतिनिधियों ने इस्टर्न रेलवे, कोलकाता के जीएम घनश्याम सिंह से मुलाकात की और व्यापार को बढ़ावा देने को लेकर सुविधा पर चर्चा की. महासचिव अशोक भिवानीवाला ने जमालपुर-हावड़ा जन शताब्दी एक्सप्रेस भाया हंसडीहा, दुमका, रामपुरहाट ट्रेन का परिचालन शीघ्र कराने की मांग की. […]
भागलपुर : इस्टर्न बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की ओर से प्रतिनिधियों ने इस्टर्न रेलवे, कोलकाता के जीएम घनश्याम सिंह से मुलाकात की और व्यापार को बढ़ावा देने को लेकर सुविधा पर चर्चा की. महासचिव अशोक भिवानीवाला ने जमालपुर-हावड़ा जन शताब्दी एक्सप्रेस भाया हंसडीहा,
दुमका, रामपुरहाट ट्रेन का परिचालन शीघ्र कराने की मांग की. साथ ही भागलपुर रेल मंडल कार्यालय शुरू करने, भागलपुर से लोकमान्य तिलक टर्मिनल जाने वाली ट्रेन में पेंट्री कार लगाने, भागलपुर से यशवंतपुर, भागलपुर से नयी दिल्ली, भागलपुर से लोकमान्य तिलक ट्रेनों का फेरा बढ़ाने आदि की मांग की गयी. प्रतिनिधिमंडल में चेंबर के उपाध्यक्ष रमण साह, सचिव अमरनाथ गोयनका शामिल थे.
ग्रामीण करते रहे इंतजार जीएम
हो गये पार
दक्षिणी क्षेत्र सबौर के सैकड़ों ग्रामीण रेलवे जीएम के आने की सूचना पर सोमवार को लैलख स्टेशन के पास इंतजार करते रहे. जीएम की गाड़ी आयी भी लेकिन बिना रुके निकल गयी. इससे स्थानीय लोगों को उनसे मिलने की इच्छा पूरी नहीं हो पायी. लोग उनसे रेलवे समपार बनाने की मांग को लेकर मिलना चाहते थे. रेलवे समपार पुल बनने से तकरीबन डेढ़ लाख की आबादी एनएच से जुड़ जायेगी. बरसात के मौसम में कुरपट, लैलख, बैजलपुर, परघड़ी,
बैजनाथ पुर सहित दर्जनों गांव में पहुंच पाना संभव नहीं हो पाता है. बाढ़ के बाद जब विगत पखवारा डायरिया फैला तो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की टीम गोराडीह होकर घुमते हुए गयी जहां जाने में दो घंटा से ज्यादा का वक्त लगा जबकि समपार बनने से 15 से 20 मिनट में पहुंचा जा सकता था. लैलख मुखिया प्रतिनिधि प्रदीप पासवान, परघड़ी, बैजलपुर के मुखिया व जन प्रतिनिधियों के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित हुए थे.