भागलपुर : बिहार के तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के परीक्षा बोर्ड ने दिल्ली के पूर्व विधि मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर की कानून की डिग्री को रद्द किये जाने की अनुशंसा की है. तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के उपकुलपति एके राय ने बताया कि विश्वविद्यालय के परीक्षा बोर्ड ने इस मामले की जांच के लिए गठित अंतरिम समिति की जांच को सही पाते हुए तोमर की डिग्री को रद्द किए जाने की अनुशंसा की है. उन्होंने बताया कि परीक्षा बोर्ड की अनुशंसा अग्रतर आवश्यक कार्रवाई के लिए विश्वविद्यालय के सीनेट के समक्ष भेजा जाएगा.
राय ने बताया कि सीनेट की बैठक नहीं हो पायी तो परीक्षा बोर्ड की अनुशंसा सिंडिकेट के पास और उसके बाद कुलपति के पास भेजी जायेगी. अरविंद केजरीवाल के मंत्रिमंडल में विधि मंत्री रहे जितेंद्र सिंह तोमर की कानून की डिग्री की जांच के लिए गठित अंतरिम समिति ने कुछ महीने पूर्व तोमर के माग्रेशन सर्टिफिकेट को गलत पाया था और उसी के आधार पर उनकी कानून की डिग्री को रद्द किये जाने की अनुशंसा की है. आम आदमी पार्टी के विधायक और पूर्व मंत्री तोमर के वर्ष 1994-95 शैक्षणिक सत्र के दौरान मुंगेर के विश्वनाथ विधि महाविद्यालय में संदिग्ध नामांकन और उनके 1998-99 में विधि की परीक्षा पास किए जाने पर विवाद उत्पन्न हुआ था.