इंसाफ दिलाने के लिए शक्ति का आशीर्वाद है. प्रशासनिक पदाधिकारी जो कर रहे हैं, उससे सहमत हूं. उन्हीं पर भरोसा है. केस आगे बढ़ रहा है. न्याय मिलना तय है.
इधर भाई गणेश शर्मा आशंका जतायी कि केस को कहीं भटका नहीं दिया जाये. इसमें साक्ष्य मिटाने को लेकर खरीद-फरोख्त का खेल शुरू हो गया है. इससे लगता है कि अपराधी दायरे से बाहर नहीं निकल जाये. न्यायपालिका पर भरोसा है. यहां पर सही परिस्थिति को देखते हुए न्याय मिलेगा. इधर पुत्र सूरज शर्मा ने कहा कि सुरक्षा के लिए हथियार लाइसेंस को लेकर आवेदन किया था, जो दबा दिया गया. इससे सुरक्षा को लेकर हमेशा भय बना रहता है.