भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में सीनेट का चुनाव 19 नवंबर को होगा. विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह निर्णय लिया है. इसके साथ ही विश्वविद्यालय गलियारे में चुनावी माहौल बनने लगा है. शिक्षकों में चर्चा शुरू हो गयी है कि कौन-कौन चुनाव लड़ेंगे. इससे पहले वर्ष 2011 में सीनेट का चुनाव हुआ था. चर्चा है कि पिछली बार चुनाव जीत कर आये शिक्षक इस बार भी चुनाव लड़ेंगे. ज्ञात हो कि सीनेट की वर्ष में दो बैठकें होने का प्रावधान है.
एक जेनरल बैठक और दूसरी बजट के लिए. सीनेट के चेयरमैन चांसलर होते हैं. एकेडमिक काउंसिल और सिंडिकेट से पारित सारे प्रस्ताव को सीनेट पारित करता है. इसके बाद राजभवन को प्रस्ताव भेजा जाता है. इसमें राजभवन व राज्य सरकार द्वारा मनोनीत सदस्य भी होते हैं. चुनाव द्वारा भी सदस्य सीनेट में शामिल किये जाते हैं. प्रतिकुलपति प्रो एके राय ने बताया कि 19 नवंबर को सीनेट चुनाव कराने का निर्णय लिया गया है. जल्द ही अधिसूचना जारी कर दी जायेगी.
तीन ग्रुप का होता है चुनाव : सीनेट चुनाव ए, बी और सी ग्रुप में होता है. ए ग्रुप में स्नातकोत्तर विभागों के शिक्षक होते हैं. इसमें पीजी के 99 शिक्षक वोट डालेंगे. ग्रुप बी में अंगीभूत कॉलेज के 524 शिक्षक वोट डालेंगे. ग्रुप सी में संबंधन प्राप्त कॉलेज के लगभग 200 शिक्षक वोट डालेंगे.
14 सदस्यों का होता है चुनाव : ग्रुप ए से दो शिक्षक का चुनाव होगा. इसमें एक जेनरल सीट और दूसरा अनुसूचित जाति की सीट होगी. ग्रुप बी से पांच शिक्षक जेनरल से, दो ओबीसी से, एक अनुसूचित जाति से और एक अनुसूचित जनजाति से चुने जायेंगे. ग्रुप सी से दो जेनरल सीट होगा और ओबीसी के लिए एक सीट पर चुनाव होगा.
कई शिक्षकों ने मैदान में उतरने का बनाया मन
टीएनबी कॉलेज से डॉ डीएन राय (इतिहास), डॉ योगेंद्र महतो (हिंदी), मुरारका कॉलेज से डॉ अमरकांत सिंह (इतिहास), जेआरएस जमालपुर के डॉ देवराज सुमन, सबौर कॉलेज के डॉ मिहिर मोहन मिश्र सुमन ने बताया कि वे चुनाव लड़ेंगे. सबौर कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग के डॉ राजीव रंजन सिंह का कहना था कि अपने लोगों से बात करेंगे, तभी निर्णय लेंगे. अभी नहीं सोचे हैं. पीजी फिजिक्स के डॉ जगधर मंडल ने चुनाव में उम्मीदवारी करने के सवाल पर चुप रह गये. हालांकि वे मन बनाये हुए हैं. इसके अलावा भी कई शिक्षक हैं, जो चुनावी मैदान में कूदने का मन बनाये हुए हैं.