कहलगांव : कहलगांव शहर से सटे सैतपुरा कुलकुलिया गांव के समीप बटेश्वर गंगा पंप नहर परियोजना के पंप हाउस वन में बाढ़ के पानी का रिसाव होने की खबर प्रभात खबर ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी. इसके बाद जल संसाधन विभाग, पटना से पांच सदस्यीय टीम ने गत 17 अगस्त को पंप हाउस पहुंच […]
कहलगांव : कहलगांव शहर से सटे सैतपुरा कुलकुलिया गांव के समीप बटेश्वर गंगा पंप नहर परियोजना के पंप हाउस वन में बाढ़ के पानी का रिसाव होने की खबर प्रभात खबर ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी. इसके बाद जल संसाधन विभाग, पटना से पांच सदस्यीय टीम ने गत 17 अगस्त को पंप हाउस पहुंच कर जांच की थी.
जांच में टीम ने माना था कि पंप हाउस के पैकिंग यानी निर्माण में दोष के कारण पानी का रिसाव हो रहा है. उन्होंने बताया था कि अच्छा हुआ पंप हाउस चालू होने से पूर्व ही खामियां दिख गयी. यानी, इस बहाने लीकेज टेस्टिंग भी हो गयी.
बाढ़ का पानी निकलने के बाद होगी मरम्मत : बाढ़ का पानी उतरने के बाद उच्च कोटि के सीमेंट से सीपेज स्थल की मरम्मत करायी जायेगी. चौबीसों घंटे परियोजना के स्थानीय पदाधिकारी व कर्मचारी की निगरानी में पंप हाउस रहेगा. पंप हाउस के निचले हिस्से में जमा हो रहे पानी को निकालने का काम लगातार जारी रहेगा.
फिलहाल सतह पर करोड़ों रुपये के कुल 13 फीट माउंटेड स्क्वायरल फेज इंडेक्शन मोटर तक रिसाव का पानी नहीं पहुंचा है. पंप हाउस के सामने स्थित गड्ढे में पानी अब भी लबालब भरा हुआ है.
25 दिनों से पानी निकालने में लगा है मोटर : बता दें कि पिछले 25 दिनों से जमीनी स्थल से लगातार चौबीसों घंटे पावरफुल मोटर पंप से पानी निकालने के बाद भी पंप हाउस में पानी अब भी जमा है. लगातार रिसाव के कारण पानी कम नहीं हो रहा है. शुरू में पंप हाउस की दीवार से एक-दो जगह से रिसाव हो रहा था, जो अब बढ़ कर आधा दर्जन हो गया है. परियोजना सूत्रों का कहना है कि विजिलेंस टीम इसके निर्माण की गुणवत्ता का अवलोकन कर रही है.
पूर्व में संवेदक के भुगतान पर लगी थी रोक : पंप हाउस के निर्माण के बाद इसकी दीवार में दरार आने की बात सामने आने पर परियोजना के एक पूर्व पदाधिकारी ने संवेदक के बिल निकासी पर पाबंदी लगा दी थी. उस पदाधिकारी के तबादले के बाद संवेदक ने अपने सारे बिल का भुगतान आसानी से करा लिया.