भागलपुर : नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 12 अंतर्गत कबीरपुर क्षेत्र में आर्सेनिक युक्त पानी के सेवन करने से यहां के प्राय: लोगों का पेट खराब होता है. इतना ही नहीं एक-डेढ़ घंटे बोरिंग चलने के बाद आर्सेनिक युक्त पानी की बजाय मीठा जल निकलने से एक परेशानी थोड़ी दूर होती है, तो दूसरी समस्या के रूप में पानी में बालू आना शुरू हो जाता है.
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आर्सेनिकयुक्त पानी पीना मजबूरी, पेट की गड़बड़ी से लोग पीड़ित
भागलपुर : नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 12 अंतर्गत कबीरपुर क्षेत्र में आर्सेनिक युक्त पानी के सेवन करने से यहां के प्राय: लोगों का पेट खराब होता है. इतना ही नहीं एक-डेढ़ घंटे बोरिंग चलने के बाद आर्सेनिक युक्त पानी की बजाय मीठा जल निकलने से एक परेशानी थोड़ी दूर होती है, तो दूसरी समस्या […]
हर जलस्रोत में आर्सेनिक : चाहे चापाकल हो या बोरिंग हर जलस्रोत से पानी में आर्सेनिक आता है. यहां पर दो बोरिंग, 12 चापाकल एवं एक प्याऊ है.
पानी में जमता है परत : पानी को थोड़ा देर छोड़ देने के बाद पानी में परत जम जाता है. आर्सेनिक युक्त पानी खारा व कड़वा होता है. इससे कई प्रकार की परेशानी हो रही है.
आर्सेनिक से लोगों को हो रही है परेशानी : इस क्षेत्र के पानी में आर्सेनिक की मात्रा अधिक होने से लोगों को बीमार कर रहा है. लोगों का अक्सर पेट खराब होता है, बाल झड़ता है, दांत में लाली आती है आदि परेशानी देखने को मिल रही है. अब तक इसके निदान के लिए कुछ नहीं किया गया. इतना ही नहीं आर्सेनिक युक्त पानी से न कपड़ा साफ होता है और न ही बाल साफ कर सकते हैं.
नगर निगम अंतर्गत वार्ड 12 का है आर्सेनिक निकलने वाला क्षेत्र
एक-डेढ़ घंटे तक बोरिंग चलने पर आर्सेनिक की मात्रा घटती है, तो शुरू हो जाता है बालू आना
यहां के पानी पीने में खारा लगता है. प्राय: पेट खराब होने से लोग कहते हैं कि पानी में ही बीमारी है. न ठीक से दाल पकता है और कपड़ा साफ कर सकते हैं.
फरीदा, कबीरपुर गढ़ेल
बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्ग तक का दांत कनकनाता है. दांत में लाली हाे गया है. पानी का रंग सामान्य होता है, लेकिन पानी में परत जम जाता है.
बीबी बेगम
आर्सेनिक पानी से परेशानी होती है. मीठा जल के लिए इंतजार करना पड़ता है. न भोजन पकता है और न ही स्वास्थ्य ठीक रहता है.
फरजाना खातून
पार्षद खुद आर्सेनिक पानी की हैं शिकार
आर्सेनिक युक्त पानी के कारण दांत में दाग हो गया था. इसके बाद से पान खाने लगी. इसके निदान के लिए खुद डीएम एवं महापौर से गुहार लगा चुकी हूं. एक-डेढ़ घंटे तक आर्सेनिक निकलने के बाद मीठा पानी आता है, लेकिन फिर पानी में बालू आना शुरू हो जाता है. चापाकल से हमेशा आर्सेनिक युक्त पानी आता है.
65 वर्षीय बुजुर्ग महिला की जुबानी
हाफिज अली लेन की 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला बीबी सितारा बताती हैं कि उनका ननिहाल कबीरपुर में ही है. यहां पर बचपन से आना-जाना होता रहा. इसके बाद यहीं शादी हुई. ऐसे में पानी की समस्या शुरू से देखती आ रही हैं. खुद दांत उम्र से पहले ही टूट गये. बच्चों के दांत में भी बीमारी है. पेट खराब होना आम बीमारी बन गयी है. हमेशा बड़ी बीमारी होने का डर लगता है.
आर्सेनिक युक्त पानी जहरीला होता है. शरीर के विभिन्न अंगों पर विपरीत प्रभाव डालता है. नस की बीमारियां होगी. दांत में नीला लाइन हो जाता है. पेट भी खराब होता है.
डायरिया के कारण लोगों की स्थिति खराब हो सकती है. ब्रेन पर बुरा असर पड़ सकता है. मिरगी हो सकती है और बेहोशी की शिकायत आ सकती है. दोनों हाथ में सुनापन हो सकता है. इससे लकवा भी हो सकता है. नख पर उजला लाइन आयेगा. खून की कमी हो सकती है. ब्लड प्रेशर घट भी सकता है.
डॉ डीपी सिंह, वरीय चिकित्सक सह प्रदेश अध्यक्ष, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन
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