बागबाड़ी गोदाम में 1.22 करोड़ रुपये घपले की जांच
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पूर्व एजीएम नहीं आये, परिजन ने आकर दिया स्टॉक पंजी
बागबाड़ी गोदाम में 1.22 करोड़ रुपये घपले की जांच मुख्यालय से आयी टीम ने दफ्तर व मौके पर जाकर की पड़ताल देर शाम तक पूर्व एजीएम के दफ्तर पहुंचने का किया गया इंतजार जांच टीम को डीलरों को दिये गये अनाज के बदले एसआइओ रसीद मिली भागलपुर : बागबाड़ी गोदाम में 1.22 करोड़ रुपये के […]
मुख्यालय से आयी टीम ने दफ्तर व मौके पर जाकर की पड़ताल
देर शाम तक पूर्व एजीएम के दफ्तर पहुंचने का किया गया इंतजार
जांच टीम को डीलरों को दिये गये अनाज के बदले एसआइओ रसीद मिली
भागलपुर : बागबाड़ी गोदाम में 1.22 करोड़ रुपये के घपले को लेकर जांच के लिए आये एसएफसी मुख्यालय के उप प्रमुख (वित्त) मो जफर आलम के सामने गुरुवार को पूर्व एजीएम महेश्वर सिंह नहीं आये. उनके परिजन ने टीम को बागबाड़ी गोदाम से संबंधित स्टॉक रजिस्टर और एसआइओ (डीलर द्वारा अनाज लेने से पहले दी जानेवाली पेमेंट रसीद ) सौंपा. परिजन के सौंपे गये रजिस्टर के बावजूद टीम पूर्व एजीएम का देर शाम तक इंतजार करती रही. परिजन ने टीम से पूर्व एजीएम के अन्य कागजात के साथ मौजूदगी को लेकर दो दिनों की मोहलत मांगी है.
याद रहे कि पूर्व एजीएम महेश्वर सिंह के सेवा विस्तार आवेदन को लेकर हुई जांच में 1.22 करोड़ रुपये के अनाज कम पाये गये. इस जांच रिपोर्ट के आधार पर तत्कालीन एजीएम महेश्वर सिंह का सेवा विस्तार का आवेदन निरस्त कर उनसे गोदाम का प्रभार लेने का निर्देश जारी कर दिया गया. पूर्व एजीएम ने सबौर और गोराडीह का प्रभार दे दिया, लेकिन बागबाड़ी गोदाम का प्रभार नहीं दिया. इस बीच विभाग ने गोदाम के एजीएम का प्रभार नवल किशोर गुप्ता को सौंप दिया. एजीएम बनाये गये नवल किशोर गुप्ता भी खुद को मेडिकल अनफिट बताते हुए बगैर प्रभार लिये पटना चले गये.
दिन भर एसएफसी दफ्तर में रही गहमा-गहमी. एसएफसी दफ्तर में मुख्यालय की टीम के चार सदस्यों के रहने से गहमा-गहमी बनी रही. जांच टीम ने कंप्यूटर से भी बागबाड़ी गोदाम के अनाज जमा होने और वहां से पीडीएस सप्लाई में गयी खेप का डाटा एकत्र किया. दो सदस्य जहां विभाग में जमे रहे, वही अन्य दो ने बागबाड़ी गोदाम में स्टॉक को देखा.
पूर्व एजीएम के परिजनों ने मांगी मोहलत. पूर्व एजीएम महेश्वर सिंह के प्रभार लेने के बाद बागबाड़ी गोदाम के करीब 20 से अधिक स्टॉक रजिस्टर हैं. इसमें से कुछ ही रजिस्टर परिजन ने जांच टीम को सौंपा. परिजन ने शेष रजिस्टर सहित अन्य कागजात सौंपने के लिए जांच टीम से समय मांगा.
नहीं सौंपे कागजात, तो होगी वसूली की प्राथमिकी
मुख्यालय की जांच टीम के सामने पूर्व एजीएम महेश्वर सिंह के नहीं आने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की संभावना बढ़ती जा रही है. जांच टीम के सदस्यों के अनुसार, वे अपनी जांच रिपोर्ट सीधे विभाग के एमडी को सौपेंगे. अगर पूर्व एजीएम पर आरोप साबित हो गया, तो उन पर विभाग वसूली की प्राथमिकी दर्ज करवा देगा.
मुख्यालय से चार सदस्यीय जांच टीम बागबाड़ी गोदाम में स्टॉक कम होने को लेकर आयी है. टीम गोदाम और दफ्तर दोनों जगह गयी और जरूरी कागजात एकत्र किये. देर शाम तक पूर्व एजीएम महेश्वर सिंह का इंतजार किया गया, लेकिन वह नहीं आये.
हरिमोहन झा, जिला प्रबंधक, एसएफसी भागलपुर
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