सावन में कोलकाता, जमुई व स्थानीय क्षेत्रों से आते हैं बेलपत्र
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सावन : बेलपत्र का लाखों का होगा कारोबार
सावन में कोलकाता, जमुई व स्थानीय क्षेत्रों से आते हैं बेलपत्र भागलपुर : इस बार सावन माह में विभिन्न शिव मंदिरों में चढ़ाने लिए बेलपत्र कोलकाता, जमुई, जगदीशपुर, सबौर आदि क्षेत्रों से आयेंगे. पूरे सावन माह में 11 लाख बेलपत्र बूढ़ानाथ मंदिर में चढ़ाया जायेगा. इसी प्रकार अन्य श्विालय शिव शक्ति मंदिर, भूतनाथ, मनसकामना नाथ, […]
भागलपुर : इस बार सावन माह में विभिन्न शिव मंदिरों में चढ़ाने लिए बेलपत्र कोलकाता, जमुई, जगदीशपुर, सबौर आदि क्षेत्रों से आयेंगे. पूरे सावन माह में 11 लाख बेलपत्र बूढ़ानाथ मंदिर में चढ़ाया जायेगा. इसी प्रकार अन्य श्विालय शिव शक्ति मंदिर, भूतनाथ, मनसकामना नाथ, कुपेश्वरनाथ, राणी सती मंदिर में भी लाखों बेलपत्र चढ़ाये जायेंगे. ऐसे में जिले के शिव मंदिरों में करोड़ों बेलपत्र भगवान शंकर पर चढ़ाये जायेंगे.
बूढ़ानाथ मंदिर के प्रबंधक बाल्मिकी सिंह ने बताया कि पूरे सावन माह में बाबा बूढ़ानाथ को 11 लाख बेलपत्र चढ़ाया जायेगा. आदमपुर शिवशक्ति मंदिर के महंत अरुण बाबा ने बताया कि पूरे सावन माह में मंदिर प्रबंधन की ओर से सावन के हरेक सोमवारी को चार लाख बेलपत्र चढ़ाये जाते हैं.
इसके अलावा आम श्रद्धालु लाखों बेलपत्र चढ़ाते हैं. राणी सती मंदिर के मीडिया प्रभारी चांद झुनझुनवाला ने बताया कि राणी सती मंदिर के लिए सवा लाख बेल पत्र प्राय: जमुई या कोलकाता से मंगाया जाता है.
बेलपत्र चढ़ाने का महत्व
शिव शक्ति मंदिर के महंत अरुण बाबा बताते हैं कि शिव-पुराण के अनुसार एक बेलपत्र चढ़ाने से तीन जन्म का पाप धुल जाता है.
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