भागलपुर : दिल्ली से लेकर भागलपुर तक भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान का शोर है, लेकिन ग्लोबल इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी रिपोर्ट 2016 के मुताबिक अपना देश डिजिटलाइजेशन के मामले में दो स्थान नीचे गिर कर 139 देशों में 91वें नंबर पर आ गया है. इस मामले में चीन तो हमसे आगे है […]
भागलपुर : दिल्ली से लेकर भागलपुर तक भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान का शोर है, लेकिन ग्लोबल इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी रिपोर्ट 2016 के मुताबिक अपना देश डिजिटलाइजेशन के मामले में दो स्थान नीचे गिर कर 139 देशों में 91वें नंबर पर आ गया है. इस मामले में चीन तो हमसे आगे है ही, साथ ही श्रीलंका भी काफी आगे निकल गया है. वर्ल्ड इकॉनोमी फोरम नेटवर्क रेडीनेस इंडेक्स के तहत जारी इस रिपोर्ट का मकसद यह पता लगाना है
कि सदस्य देशों में डिजिटलाइजेशन, आइटी व कम्यूनिकेशन के क्षेत्र में किसकी विकास दर अच्छी है और किसका हाल खराब है. रिपोर्ट में इस बात का भी अनुमान लगाया गया है कि आइटी और कम्यूनिकेशन का लाभ उठा कर विभिन्न देशों में लोग खुद को आर्थिक रूप से कितना मजबूत कर पा रहे हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि एक तरफ भारत का स्तर गिरा है, वहीं अन्य देशों में तेजी से विकास हुआ है.
कुल देश – 139
चीन – 59
श्रीलंका – 63
भारत – 91
पाकिस्तान – 110
बांग्लादेश – 112
नेपाल – 118
म्यांमार – 133
ग्लोबल इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी रिपोर्ट 2016 ने जारी किये 139 देशों के आंकड़े, भारत का स्थान 91वां
मुश्किल
संभावनाएं होने के बावजूद डिजिटल इंडिया नहीं बढ़ पा रहा तेजी से.
व्यक्तिगत इंटरनेट यूजर्स नहीं बढ़ रहे. सौ में महज 15 घरों में ही इंटरनेट हैं. सौ में पांच लोग ही मोबाइल ब्राडबैंड के ग्राहक हैं.
वजह
अकुशल आबादी इसके लिए जिम्मेदार है. एक तिहाई आबादी अभी निरक्षर है. इतने ही बच्चे माध्यमिक शिक्षा आज भी पूरी नहीं कर पाते.
जरूरत : नेतृत्व शैली, शासन और व्यावहारिक पहलुओं पर बदलाव की जरूरत. आइटी , संचार और डिजिटल तकनीकी का प्रचार प्रसार भी ज्यादा करने की दरकार.