भागलपुर : पर्यावरण के प्रति लोगों की बेरुखी और बेतहाशा उगे कंक्रीट के जंगलों में मॉनसून भटक रहा है. जुलाई आने को है. आलम यह है कि अभी तक मॉनसून की ऐसी बारिश नहीं हुई जिससे लोगों को बरसात के आने का एहसास हो सके. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है लोगों ने बड़ी-बड़ी बिल्डिंगों को तो खड़ा कर लिया लेकिन इन बिल्डिंगों से निकलने वाली उष्मा को अवशोषित करने के लिए पेड़ नहीं लगा सके. इस कारण शहर व घनी आबादी में तापमान बढ़ गये.
इसका असर यह हो रहा है कि शहर में काले-काले बादल तो छा रहे हैं लेकिन पर्याप्त नमी न मिलने के कारण ये बारिश नहीं करा पा रहे हैं. ऐसे में इन बादलों को ठंडी हवाओं की दरकार होने लगी है. जून माह में अब तक करीब 100 एमएम की बारिश ही हुई है जबकि 150 एमएम तक बारिश की संभावना जतायी गयी थी. इस साल अब तक करीब 250 एमएम बारिश हो चुकी है.