पटना से आये जेपी सेनानी सलाहकार पर्षद, बिहार के पूर्व अध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने प्रतिनिधि सम्मेलन में कहा
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संपूर्ण क्रांति रथ को आगे बढ़ाना ही जेपी सेनानी का मूल उद्देश्य
पटना से आये जेपी सेनानी सलाहकार पर्षद, बिहार के पूर्व अध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने प्रतिनिधि सम्मेलन में कहा संपूर्ण क्रांति मंच के प्रतिनिधि सम्मेलन में प्रदेश के विभिन्न जिलों के सैकड़ों प्रतिनिधियों ने लिया हिस्सा भागलपुर : कनायक जयप्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति रथ को आगे बढ़ाना ही जेपी सेनानियों का मुख्य उद्देश्य होना चाहिए. […]
संपूर्ण क्रांति मंच के प्रतिनिधि सम्मेलन में प्रदेश के विभिन्न जिलों के सैकड़ों प्रतिनिधियों ने लिया हिस्सा
भागलपुर : कनायक जयप्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति रथ को आगे बढ़ाना ही जेपी सेनानियों का मुख्य उद्देश्य होना चाहिए. संपूर्ण क्रांति और जेपी का सपना अभी अधूरा है.
महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा में आमूल-चूल परिवर्तन, सामाजिक परिवर्तन अभी बाकी है. उनके सपनों को साकार करना और परिवर्तन करना है. उक्त बातें पटना से आये जेपी सेनानी सलाहकार पर्षद, बिहार के पूर्व अध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने रविवार को कोतवाली चौक के समीप विवाह भवन में आयोजित प्रतिनिधि सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कही.
जयप्रकाश महंत ने कहा कि मिथिलेश कुमार सिंह ने जेपी की जन्म भूमि सिताब दियारा को नदी के कटाव से रोकने के लिए अभियान चलाया, इसमें सफलता भी मिली. अब जेपी सम्मान पेंशन, प्रशस्ति पत्र, विधवा सम्मान पेंशन दिलाने में जेपी सेनानियों को सहयोग मिला. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि गोपालपुर के विधायक गोपाल मंडल व विशिष्ट अतिथि उच्च न्यायालय के अधिवक्ता संजय कुमार सिन्हा थे. गोपाल मंडल ने कहा कि संपूर्ण क्रांति मंच का कार्य व सिद्धांत सराहनीय है. श्री सिन्हा ने कहा कि जिस मशाल को स्व भवेशचंद्र प्रसाद ने जलाया था, उसे बुझने नहीं दिया जायेगा.
जेपी सेनानी पांच-पांच पौधा लगायें
जेपी सेनानी प्रकाश चंद्र गुप्ता ने कहा कि पांच जून को संपूर्ण क्रांति दिवस मनाया जाता है. उस दिन विश्व पर्यावरण दिवस भी है. जेपी सेनानी संपूर्ण क्रांति आंदोलन के साथ-साथ पर्यावरण के प्रति भी जागरूक हैं. जेपी सेनानी को पांच-पांच पौधा लगाना है.कार्यक्रम के व्यवस्थापक योगेंद्र प्रसाद मोदी ने कहा कि पर्यावरण बचाने के लिए संपूर्ण क्रांति मंच की सहायता से मुंगेर जिले के भीमबांध व हवेली खड़गपुर के जंगलों में कुल्हाड़ी समपर्ण अभियान चलाया था. प्रशासन के असहयोग से इस अभियान को स्थगित करना पड़ा.
जिलाध्यक्ष अशोक यादव ने कहा कि स्मार्ट सिटी में नवगछिया, कहलगांव व सुलतानगंज को भी जोड़ा जाये. फिरदौस आलम ने कहा कि भूमिगत आंदोलनकारियों को केवल प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिह्न ही नहीं, बल्कि ससम्मान पेंशन देने की सरकार घोषणा करें. प्रतिनिधि सम्मेलन में नवादा से 10, लखीसराय, जमुई, खगड़िया, बांका, शेखपुरा समेत जिले सैकड़ों प्रतिनिधि शामिल हुए. मौके पर जयप्रकाश गौतम, प्रो गोपाल केसरी, बालेश्वर यादव, शंभु सिंह, आत्माराम बाजोरिया, जगन्नाथ मंदिर के महंत समीर मिश्रा, चंद्रमौलेश्वर मंडल, जगत भारती, विरेंद्र विद्यार्थी, सूर्य नारायण मंडल आदि उपस्थित थे.
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