भागलपुर : सुलतानगंज को विशिष्ट पर्यटन स्थल वाले स्थान के रूप में विकसित किया जायेगा. केंद्र सरकार ने सुलतानगंज की सूरत बदलने की कार्ययोजना पर मंजूरी दे दी है. करीब 17 करोड़ रुपये की कार्ययोजना से श्रद्धालुओं को स्थायी सुविधाएं मिलेंगी. इन योजनाओं में कृत्रिम जल धारा,
बहुमंजिला धर्मशाला, सीढ़ी घाट, अजगैवी मंदिर से बाइपास को जोड़ने के लिए पुल के निर्माण आदि शामिल हैं. जिला प्रशासन ने तीन वर्ष पहले कार्ययोजना को पर्यटन विभाग के पास भेजा था, जो अब तक अटका पड़ी थी. अब केंद्र से कार्ययोजना पर हरी झंडी मिलने पर विभिन्न विभाग के तय काम में तेजी आ जायेगी.
17 करोड़ से…
वर्ष 2013 में प्रशासन ने तैयार की थी रिपोर्ट
वर्ष 2013 में तत्कालीन जिलाधिकारी प्रेम सिंह मीणा के निर्देश पर जिला पंचायती राज पदाधिकारी अरुण कुमार ठाकुर की टीम ने सुलतानगंज के श्रावणी मेला को लेकर कार्ययोजना तैयार की. कहा गया कि श्रावणी मेला की पहचान एक राष्ट्रीय मेला के रूप में स्थापित करने के लिए यहां समग्र विकास जरूरी है. बिहार पर्यटन के मुख्य केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए अलग-अलग काम का प्रस्ताव तैयार किया गया. जिला प्रशासन ने 27 जून 2013 को पर्यटन विभाग के सचिव को पूरा प्रस्ताव भेज दिया था. जहां से उसे केंद्र में मंजूरी के लिए भेजा गया.
यह हैं अहम योजनाएं
उत्तरवाहिनी गंगा के बंद धारा को पुर्नजीवित कर कृत्रिम नाला के निर्माण में लगभग तीन करोड़ रुपये खर्च होंगे.
सीढ़ी घाट, अजगैवी मंदिर से बाइपास को जोड़नेवाले पुल के निर्माण पर लगभग दो करोड़ रुपये खर्च होंगे.
सीढ़ी घाट व जहाज घाट पर बहुमंजिला धर्मशाला के निर्माण पर लगभग एक करोड़ रुपये का बजट आयेगा.
सीढ़ी घाट व जहाज घाट पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से गंगा में प्रदूषण की रोकथाम होगी, इस पर 50 लाख रुपये की लागत राशि आयेगी.
अत्यधिक कटाव से बचाने के लिए जहाज घाट पर सीढ़ी व बोल्डर पीचिंग पर करीब एक करोड़ रुपये की लागत होगी.
धांधी बेलारी में वृहत स्थायी शिविर के लिए प्रशाल भवन और शौचालय के निर्माण पर दो करोड़ रुपये लगेंगे.
कच्ची कांवरिया पथ पर सुलतानगंज से तेघड़ा तक प्रत्येक किमी पर विश्राम स्थल, शौचालय व स्नान गृह पर लगभग 1.40 लाख रुपये का बजट खर्च होगा.
विशिष्ट पर्यटन स्थल के रूप में होगा विकसित
केंद्र ने पर्यटन विभाग की कार्ययोजना को दी हरी झंडी
जिला प्रशासन ने तीन वर्ष पूर्व भेजी थी श्रावणी मेला कार्ययोजना