जगदीशपुर : सौदागर तांती की मौत से उसका परिवार बेसहारा हो गया है. सौदागर परिवार का इकलौता कमाऊ सदस्य था. मां और पत्नी रेखा देवी के अतिरिक्त उसकी चार संतानें हैं उनके भरण पोषण का भार सौदागर पर ही था. सौदागर भाई में भी अकेला था. दो बेटी शादी के योग्य हो चुकी है. बेटी की शादी और आश्रितों के भरण पोषण को लेकर सबको चिंता हो रही है. अब घर चलाने का सारी जिम्मेवारी पत्नी रेखा देवी के कमजोर कंधों पर आ गयी है.
सौदागर रोज सुबह मजदूरी के लिये भागलपुर चला जाता था और शाम को ही घर वापस लौटता था. पति की मौत के बाद पत्नी, बच्चे व रिश्तेदार दहाड़ें मारकर विलाप कर रहे थे. पास पड़ोस के लोग शोक संतप्त परिवारों को ढाढ़स बंधा रहे थे. ग्रामीण भी सौदागर की मौत पर काफी दुखी हैं.