भागलपुर : जयकिशन हत्याकांड में पहले हुए अनुसंधान की समीक्षा करने के बाद डीआइजी बरुण कुमार सिन्हा ने पांच लोगों की भूमिका संदिग्ध मानी थी और इस हत्याकांड में उनकी भूमिका की जांच का निर्देश दिया था. जिन पांच लोगों की भूमिका संदिग्ध मानी गयी थी उनमें कोतवाली थाना क्षेत्र के गुरुद्वारा रोड के रहने वाले पप्पू साह उर्फ दिलीप साह, तातारपुर जब्बारचक के प्रेमा खटीक, तातारपुर के टीपू खान और अमजद मियां एवं तातारपुर उर्दू बाजार के टेम्पुल यादव शामिल हैं.
हत्या जहां हुई थी वहां के आस-पास के मोबाइल टावर को डंप करने के बाद कई संदिग्ध नंबर पाये गये थे. उनमें प्रेमा खटीक के नंबर से लगभग तीन घंटे तक बात की गयी थी. डीआइजी के निर्देश पर अमजद मियां को पुलिस ने रिमांड पर लेकर पूछताछ की है. बांकी चार से पूछताछ हुई या नहीं और नहीं हुई तो क्यों, इसका पता नहीं चल सका है.
इस केस की समीक्षा भागलपुर जोन के आइजी सुशील खोपड़े खुद कर रहे हैं. डीआइजी की समीक्षा में सामने आये संदिग्ध नामों से इस को लेकर आगे पूछताछ संभव हो सकता है. इस हत्याकांड में जेल में बंद बबन के परिजनों ने उसके मानसिक बीमार होने की बात पहले ही कह दी है और उनके पास डॉक्टर की परची और दवाई भी है. आइजी इसी सप्ताह इस केस की समीक्षा कर सकते हैं.