भागलपुर/पटना : राज्य के हाइस्कूलों में होने वाली नौवीं की एसेसमेंट परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन और मैट्रिक 2017 के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. नौंवी के आवेदन पत्र के आधार पर मैट्रिक 2017 के िलए छात्र-छात्राओं का रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया. गुरुवार को शिक्षा विभाग में मंत्री अशोक चौधरी ने […]
भागलपुर/पटना : राज्य के हाइस्कूलों में होने वाली नौवीं की एसेसमेंट परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन और मैट्रिक 2017 के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. नौंवी के आवेदन पत्र के आधार पर मैट्रिक 2017 के िलए छात्र-छात्राओं का रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया. गुरुवार को शिक्षा विभाग में मंत्री अशोक चौधरी ने इसका शुभारंभ किया. बांकीपुर गर्ल्स हाइस्कूल की नौंवी की छात्रा मोना कुमारी का नौंवी का ऑनलाइन फॉर्म भरवाया गया और मैट्रिक के लिए रजिस्ट्रेशन भी कराया गया.
ऑनलाइन आवेदन और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 16 मई तक चलेगी और इसके लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने अंतिम तारीख नहीं बढ़ाने का भी एलान किया है. शिक्षा विभाग ने साफ किया है कि नौंवी का एसेसमेंट टेस्ट है न कि नौंवी का बोर्ड एग्जाम. यह प्री-मैट्रिक एसेस्मेंट टेस्ट है. नौ से 16 जून तक यह परीक्षा आयोजित होगी और जुलाई के पहले सप्ताह में इसका परिणाम आयेगा.
गुरुवार को शिक्षा विभाग में आयोजित प्रेस काॅन्फ्रेंस में शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि पहली बार नौंवी के लिए ऑनलाइन आवेदन व मैट्रिक के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो रहा है. नौवीं की होनेवाली परीक्षा कोई बोर्ड परीक्षा नहीं होगी, बल्कि छात्र-छात्राओं का प्री-मैट्रिक एसेसमेंट टेस्ट होगा. इस एसेसमेंट के जरिये जो विद्यार्थी नौंवी से दसवीं में जा रहे हैं, उनके बारे में यह जानकारी होगी कि वे किस विषय में कमजोर हैं. अगले आठ-नौ महीने दूसरे विषयों के साथ उन विषयों की स्पेशल क्लास कर विशेष ध्यान दिया जायेगा. अभिभावकों, स्कूल के प्राचार्य व शिक्षकों को जिम्मेदारी दी जायेगी कि बच्चा उस विषय में कमजोर हैं, उसे ठीक किया जाये. इस साल यह प्रक्रिया करने में दो-चार महीने की देरी हो गयी है,
लेकिन अगले साल से मार्च तक यह प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी. शिक्षा मंत्री ने कहा कि नौंवी के ऑनलाइन आवेदन के साथ-साथ मैट्रिक के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू कर दिये गये हैं. इसमें एक बड़ा फायदा होगा कि दसवीं में जो बच्चे पढ़ भी नहीं रहे होते हैं उनका भी रजिस्ट्रेशन करवाकर फॉर्म भरवा दिया जाता था, अब प्राइवेट से ऐसे छात्र-छात्राओं के रजिस्ट्रेशन पर लगाम लगेगा. साथ ही फर्जी स्कूल चला रहे लोगों पर अंकुश लगेगा.
इससे 2017 की मैट्रिक परीक्षा में कम अभ्यर्थी शामिल हो सकते हैं.
सर्टिफिकेट का होगा ऑनलाइन वेरिफिकेशन. शिक्षा मंत्री ने कहा कि ऑनलाइन आवेदन व रजिस्ट्रेशन के जरिये बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को पारदर्शी बनाना चाहते हैं. अब तक जो मैनवली एडमिट कार्ड दिया जाता है उसे भी ऑनलाइन करने की तैयारी की जा रही है. बिहार बोर्ड से मिले सर्टिफिकेट के वेरिफिकेशन के लिए बोर्ड ऑफिस आना पड़ता है. इससे बोर्ड और सर्टिफिकेट वेरफिकेशन कराने वाले को भी परेशानी होती थी. ऑनलाइन हो जाने से बोर्ड का काम आसान होगा और सर्टिफिकेट भी ऑनलाइन सर्टिफाइ हो सकेगा.