अन्य आरोपियों की धर पकड़ के लिए छापेमारी
नारायणपुर : भवानीपुर थाना क्षेत्र के आशाटोल निवासी किसान उपेंद्र शर्मा हत्याकांड में पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी गांव के परमानंद शर्मा और मिथिलेश उर्फ मिट्ठू शर्मा को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए थानाध्यक्ष सुदीन राम के नेतृत्व में पुलिस छापेमारी कर रही है. पुलिस ने खगड़िया के पैंकात, बीरबास, पहाड़पुर, आशाटोल सहित कई संभावित ठिकाने पर छापेमारी की है. चार आरोपियों में जगदंब शर्मा पुलिस के टॉप टारगेट पर है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
मालूम हो कि रविवार की देर रात उपेंद्र शर्मा की सोयी अवस्था में अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी. उपेंद्र की जांघ में गोली लगी थी. अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसकी मौत इलाज के दौरान हो गयी थी.
जमीन को लेकर था विवाद : अब तक की छानबीन में बात सामने आयी है कि उपेंद्र शर्मा और परमानंद शर्मा के बीच जमीन विवाद वर्षों से चल रहा था. न्यायिक प्रक्रिया में उपेंद्र शर्मा ने केस जीत लिया था. इसके बाद से उपेंद्र शर्मा अपने विरोधियों की आंख की किरकिरी बन गया था.
गोली लगने पर चिल्ला उठाा था उपेंद्र : उपेंद्र शर्मा के पुत्र लक्ष्मण ने कहा कि घटना के वक्त वह अपने पिता से करीब सौ मीटर की दूरी पर सोया था. गोली चलने की आवाज आयी तो उसकी नींद टूटी. उसके पिता की चीखने की आवाज आयी. वह अपने बिस्तर से उठ कर सीधे पिता के बिस्तर की ओर दौड़ज्ञ. उसने कुछ लोगों को भागते देखा. वह अपने पिता के पास पहुंचा. टाॅर्च की रोशनी में देखा कि पिता के कपड़े खून से लथपथ हैं. उसने पड़ोसियों को बुलाया और पिता को इलाज के लिए नारायणपुर पीएचसी ले गये. वहीं इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. लक्ष्मण ने कहा कि उसे न्याय चाहिए.
उपेंद्र का किया गया अंतिम संस्कार : मंगलवार को उपेंद्र शर्मा का दाह संस्कार नारायणपुर जहाज घाट पर किया गया. घटना के बाद पूरा परिवार गहरे सदमे में है. दो दिनों से घर में चूल्हा नहीं जला है.