भागलपुर : बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर कुलपति डॉ अजय कुमार सिंह ने विश्वविद्यालय में चल रहे शोध गतिविधियों तथा विश्वविद्यालय द्वारा विकसित की गयी फसलों के किस्मों के बारे में सोमवार को विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर जलवायु परिवर्तन व कृषि से संबंधित शोध परियोजनाओं को बेहतर तरीके से किसानों तक पहुंचाने के लिए परियोजना तैयार की जा रही है. बिहार कृषि विश्वविद्यालय,
सबौर, राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के कुलपति, वैज्ञानिकों व दक्षिण एशिया के लिए वोरलोग संस्थान के महानिदेशक अंतरराष्ट्रीय मक्का व गेहूं सुधार के केंद्र के वैज्ञानिकों द्वारा परियोजना तैयार कर कृषि विभाग को भेजा जायेगा. परियोजना के माध्यम से प्रत्येक जिले में जलवायु स्मार्ट गांव का चयन किया जायेगा, जहां आधुनिक कृषि यंत्रों से कृषि की नयी तकनीकियों को प्रदर्षित कर उत्पादन एवं उत्पादकता के स्तर को बढ़ाया जायेगा.
जलवायु स्मार्ट गांव जलवायु परिवर्तन के कुप्रभाव को कम करने की नई तकनीकियां से किसानों को प्रशिक्षित किया जायेगा. साथ ही साथ जिले के कृषि विज्ञान केन्द्रों की भागीदारी से इस परियोजना का कार्यान्वयन सुनिश्चित किया जायेगा. इससे कृषि को टिकाऊ व लाभकारी बनाया जा सकेगा. भागलपुर कतरनी के बीच शुद्धिकरण का कार्य बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर द्वारा संपादित कर शुद्ध बीज किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है.