भागलपुर : इसे प्यार कहें या हवस. प्यार घरों में खुशियां भर देता है. यहां तो घर बरबाद हो रहा. एक नाबालिग लड़की की इज्जत से खेला गया. एक पत्नी के विश्वास को तोड़ा गया. दो मासूमों के भविष्य को अंधेरे में धकेला गया. इन सबके लिए जिम्मेवार है बेगूसराय स्थित शाहपुर चौकी निवासी विजय रंजन. आदमपुर पुलिस ने उसे गुरुवार को थाना से जेल भेज दिया.
Advertisement
पति-पत्नी और नाबालिग का ट्राइएंगल
भागलपुर : इसे प्यार कहें या हवस. प्यार घरों में खुशियां भर देता है. यहां तो घर बरबाद हो रहा. एक नाबालिग लड़की की इज्जत से खेला गया. एक पत्नी के विश्वास को तोड़ा गया. दो मासूमों के भविष्य को अंधेरे में धकेला गया. इन सबके लिए जिम्मेवार है बेगूसराय स्थित शाहपुर चौकी निवासी विजय […]
नाबालिग को मीठी बातों में फंसाया : विजय रंजन शहर में एक टेलिकॉम कंपनी में काम करता था. वह नाथनगर के करेला चौक में उसी जगह किराये पर मकान लेकर रहता था जहां बांका के शंभूगंज की नाबालिग लड़की अपने माता-पिता के साथ रहती थी. लगभग एक साल पहले दोनों की जान-पहचान हुई. लगभग तीन महीने पहले पढ़ाई के लिए लड़की आदमपुर स्थित एक कोचिंग संस्थान में आकर रहने लगी. उसके बाद दोनों के मिलने जुलने का सिलसिला परवान चढ़ने लगा.
धोखेबाज लड़के ने उस नाबालिग को कई महीनों तक यह भनक तक नहीं लगने दी कि वह दो साल और छह महीने की बेटियों का बाप है. उसने पत्नी को मायका भेज कर चार अप्रैल को नाबालिग को लेकर अपने घर पहुंच गया और वहीं रहने लगा. उसका कहना है कि उसने उस लड़की के साथ मंदिर और फिर कोर्ट में शादी कर ली है, पर सवाल यह है कि नाबालिग लड़की से उसने कोर्ट में शादी कैसे कर ली. क्या उसने कोर्ट में लड़की की उम्र को साबित करने वाला फर्जी सर्टिफिकेट पेश कर दिया.
बच्चों का क्या होगा, यह कह रोने लगी पत्नी : आदमपुर थाना में नाबालिग लड़की के पिता ने रिपोर्ट दर्ज करायी थी. उसके बाद से ही पुलिस दोनों की तलाश में थी. मोबाइल लोकेशन से पुलिस को पता चला कि वह बेगूसराय में है. बुधवार को आदमपुर पुलिस की टीम वहां पहुंची और दोनों को यहां ले आयी. नाबालिग को धोखा देने वाले विजय रंजन की शादी 2012 में असरगंज की सोनी से हुई. इन दोनों की दो बेटियां हैं जो दो साल और छह महीने की हैं. सोनी को जब पता चला कि उसके पति को पकड़ कर आदमपुर लाया गया है तो वह भी थाना पहुंची. विजय उस नाबालिग के साथ थाने में बैठा था. उसके हाथों में हथकड़ी लगी थी. विजय को देखते ही सोनी ने कहा, उसकी नहीं तो कम से दोनों बच्चों के बारे में तो सोचा होता. अब क्या होगा इनका भविष्य. कैसे होगी परवरिश. इतना कहते ही उसकी आंखें भर आयी. उसके सामने अपनी करनी का फल भोगने उसका पति जेल चला गया.
प्यार नहीं लालच था यह : नाबालिग लड़की ने बातचीत के दौरान विजय से कहा था कि उसके दादाजी ने तीन मंजिला मकान उसके नाम से कर दिया है. उसके बाद से ही विजय उसके और करीब आने लगा. इससे जाहिर होता है कि विजय की नजर लड़की की संपत्ति पर थी. नाबालिग लड़की फिलहाल महिला पुलिसकर्मी के प्रोटेक्शन में है. कोर्ट में 164 का बयान ही तय करेगा कि वह कहां और कैसे जायेगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement