तेज धूप और पछुआ हवा में थोड़ी सी लापरवाही तबाही मचा रही है. छोटी सी चिनगारी भीषण आग का रूप ले कर सैकड़ों घरों को राख के ढेर में तब्दील कर रही है. दो दिनपहले कहलगांव के अनठावन दियारा में 300 घर जल गये थे. शनिवार को पीरपैंती के बाखरपुर दियारा में भीषण अग्निकांड में […]
तेज धूप और पछुआ हवा में थोड़ी सी लापरवाही तबाही मचा रही है. छोटी सी चिनगारी भीषण आग का रूप ले कर सैकड़ों घरों को राख के ढेर में तब्दील कर रही है. दो दिनपहले कहलगांव के अनठावन दियारा में 300 घर जल गये थे. शनिवार को पीरपैंती के बाखरपुर दियारा में भीषण अग्निकांड में भी 300 घर जल गये.
इसके अलावा नवगछिया के जपतैली में 20 घर, सुलतानगंज में विभिन्न जगहों पर 11 घर, खरीक में तीन घर व शाहकुंड में छह जल कर राख हो गये. खेत-खलिहान और खेतों में भी आग कहर ढा रही है.
पीरपैंती : पीरपैंती प्रखंड के बाखरपुर गांव में शनिवार को आग लगने से 300 से अधिक घर जल कर राख हो गये. जानकारी के अनुसार पुरानी दुर्गा मंदिर से निकली चिनगारी को पछुआ हवा ने भीषण आग में बदल दिया. आग की तेज लपटों ने 15 से 20 मिनट में ही पश्चिम से पूरब की ओर बढ़ते हुए 300 से अधिक घरों को जला कर राख कर दिया. इस दौरान पूरे गांव में कोहराम मच गया. लोगों ने किसी तरह घर में बांधे मवेशियों को खोला ओर जान बचा कर भागे.
सूचना मिलने पर पीरपैंती के थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार ने थाना परिसर में लगा छोटा अग्निशमन वाहन बाखरपुर भेजा, लेकिन भीषण आग को बुझाना इसके बूते की बात नहीं थी. करीब ती घंटे बाद कहलगांव से बड़ा अग्निशमन वाहन पहुंचा, लेकिन तब तक सब कुछ शांत हो गया था. हर तरफ राख के ढेर से निकलते धुएं के बीच बदहवास चेहरे दिख रहे थे और महिलाओं व बच्चों के रुदन क्रंदन की आवाज निकल रही थी.
सभी अपने अपने दर्द बता रहे थे. दरोगी मंडल को प्रमाण पत्र जल जाने का, रंभा देवी को बेटी की शादी के लिए खरीदे गये सामान जल जाने का, अंबिका मंडल अपनी बेटी के 25 हजार नगद जल जाने का दुख था. सरिता कुमारी का 16 अप्रैल को तिलक होना था. उसकी तैयारी की गयी थी, जो आग में स्वाहा हो गयी. रमेश पांडे मवेशियों को खिलाने के लिए रखे भूसा जल जाने पर विलाप कर रहा था.
सूचना पाकर अंचलाधिकारी निर्मल राय, सीआइ संतोष चौधरी अन्य कर्मियों के साथ गांव पहुंचे और नुकसान का आकलन किया. समाजसेवी प्रणव कुमार उर्फ पप्पू यादव ने पीड़ित परिवार के बीच चूड़ा-गुड़ व मिक्सचर बंटवाया. उन्होंने रविवार के लिए भी खिचड़ी और चूड़ा बंटवाने की व्यवस्था करायी.
गोकुल मथुरा में गेहूं की फसल जली : उधर गोकुल मथुरा गांव में पड़ोसी द्वारा अपने खेत में खर पतवार जलाने के दौरान विपिन तिवारी की करीब सवा बीघा जमीन में लगी गेहूं की फसल जल कर राख हो गयी. आसपास के लोगों ने अरहर के पौधे से पीट-पीटकर आग को बढ़ने से रोका, नहीं तो कई एकड़ में लगी फसल जल कर राख हो जाती. वहीं पास के तेलियाबांध गांव में द्वारका उर्फ बोंगा पोद्दार का घर शुक्रवार की रात आग की भेंट चढ़ गया. लक्ष्मण मिश्र ने पीड़ित परिवारों को सहायता देने की मांग की है.