भागलपुर: घोघा नदी के पार की लाखों की आबादी को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए ढाई साल पहले शुरू किया गया पुल निर्माण कार्य आज भी पूरा नहीं हो सका है. पुल निर्माण के लिए निर्धारित तिथि बीते साल भर से अधिक हो गया है.
पुल निर्माण नहीं हो पाने से लाखों की आबादी आज भी परेशानी ङोल रही है. बता दें कि सबौर के शिवायडीह गांव स्थित राजपुर मुहरन पथ यानी, घोघा नदी पर पुल बनाने का काम 29 नवंबर 2011 शुरू किया गया था. पुल तैयार करने की निर्धारित तिथि 28 दिसंबर 2012 थी. पुल निर्माण 581.75 लाख रुपये से होना है. ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल, भागलपुर की ओर से देवघर की कंस्ट्रक्शन कंपनी को पुल बनाने का काम सौंपा गया है. कार्य के एवज में कंपनी को करीब 46 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है.
तीन प्रखंड के आधा दर्जन पंचायत के लोग लाभ से वंचित. सबौर प्रखंड की बैजलपुर, लैलख, परघड़ी, गोराडीह प्रखंड के कासीमपुर, कदवा मोहनपुर, मुरहन एवं कहलगांव प्रखंड के प्रशस्तडीह पंचायत के लाखों लोगों पुल बनने का इंतजार कर रहे हैं. पुल नहीं बनने से उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. अगर समय से पुल बन गया रहता, तो उक्त पंचायत के लोगों को बरसात में नाव से नदी पार करने से छुटकारा मिलता.