भागलपुर : जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल में मरीजों से रुपये लेकर उन्हें ट्राली की सुविधा दिये जाने का आरोप आये दिन लगता रहता है. गुरुवार को मायागंज हास्पिटल में वह देखने को मिल गया. मां अपने बीमार बेटे को ट्रालीमैन से स्ट्रेचर पर लादकर एक्सरे कराने के लिए प्रार्थना करती रही थी.
पिता हाथ भी जोड़ रहा था लेकिन ट्रालीमैन नहीं पसीजा. वहां से गुजर रहे अधीक्षक कार्यालय के एक बाबू ने एक दबंगई देखी तो वे बिफर पड़े. फिर तो जो भी लापरवाह ट्रालीमैन से लेकर मौके पर जो भी ट्राॅलीमैन मिला, उसी को जमकर लताड़ लगायी.
ये है मामला
मधुसूदनपुर थानाक्षेत्र के दिघी विशनपुर निवासी संतोष यादव का 13 वर्षीय पुत्र मनीष कुमार 31 मार्च की सुबह झूला झूलते वक्त उसके गले में रस्सी कस गयी. हालत खराब होने पर उसे मायागंज हास्पिटल के मेडिसिन इमरजेंसी वार्ड के बेड नंबर एम 20 ए पर भरती कराया गया. यहां पर इलाज के दौरान चिकित्सकों ने मनीष की गरदन और सर्वाइकल स्पाइन का एक्सरे कराने की सलाह दी. बेटे की तबियत इस कदर खराब थी कि वह खड़ा भी नहीं हो पा रहा था.
संतोष यादव की मानें तो गुरुवार को करीब 12 बजे वह वार्ड में तैनात एक ट्रालीमैन को स्ट्रेचर पर लादकर एक्सरे रूम तक ले जाने की अपील की, तो उसने 200 रुपये मांगा. न देने पर मजबूरन एक टूटे स्ट्रेचर पर अपने बेटे को ले जाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं ले जा सका. इसके बाद मनीष की मां लगातार रोते हुए ट्रालीमैन से एक्सरे रूम तक अपने बेटे को पहुंचाने की गुहार लगाती रही. थक-हार कर मनीष को संतोष अपनी गोद में ले जाने लगा.
इसी दौरान वहां से गुजर रहे अधीक्षक कार्यालय में तैनात लिपिक दीपक घोष को यह नजारा देखा न गया और लापरवाह ट्राॅलीमैन को जमकर लताड़ लगायी. उनका डांटना-बिफरना देख वहां भीड़ जुट गयी और सब जानने-सुनने वालों ने ट्राॅलीमैन को कोसा.