भागलपुर : शराबबंदी से पहले नशे से लोगों को मुक्त कराने के लिए काउंसेलिंग से लेकर इलाज तक की सारी तैयारी स्वास्थ्य विभाग ने कर ली है. इसी के तहत सदर अस्पताल परिसर में बना 10 बेड की क्षमता वाला नशा मुक्ति केंद्र चालू हो गया है. सोमवार को इस केंद्र का उद्घाटन डीएम आदेश […]
भागलपुर : शराबबंदी से पहले नशे से लोगों को मुक्त कराने के लिए काउंसेलिंग से लेकर इलाज तक की सारी तैयारी स्वास्थ्य विभाग ने कर ली है. इसी के तहत सदर अस्पताल परिसर में बना 10 बेड की क्षमता वाला नशा मुक्ति केंद्र चालू हो गया है. सोमवार को इस केंद्र का उद्घाटन डीएम आदेश तितरमारे ने फीता काटकर किया.
मौके पर क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक अरुण प्रकाश, प्रभारी सीएमओ डॉ रामचंदर प्रसाद, जिला देशीय चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विजय कुमार, एएसीएमओ डॉ अंजनी कुमार, डीपीएम फैजान आलम अशरफी, डॉ एके मंडल, नोडल आफिसर डॉ अशरफ रिजवी, डॉ शिल्पी रानी, अधीक्षक उत्पाद एवं मद्य निषेध विजय शंकर दुबे, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डाॅ मनोज कुमार चौधरी, उमेश प्रसाद आदि मौजूद थे.
डीएम ने किया केंद्र का निरीक्षण : डीएम आदेश तितरमारे ने उद्घाटन के बाद केंद्र का निरीक्षण किया. उन्होंने वहां पुरुषों के आठ बेड और महिलाओं के लिए दो बेड वाले कमरे, काउंटर, बाथरूम आदि का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्हें बताया गया कि सीसीटीवी कैमरे लगा दिये गये हैं.
आलमारी में बंद मिली दवा : निरीक्षण के दौरान डीएम श्री तितरमारे जब स्टोर रूम पहुंचे तो उन्होंने पूछा कि दवा कहां है, यह सुनते ही जिम्मेदार सकपका गये और बोले कि आलमारी में बंद है. इसके बाद वे बगल के रूम में पहुंंचे जहां पर दो आलमारी में बंद नशामुक्ति की दवा रखी मिली.
19 मरीज चिह्नित : निरीक्षण के दौरान ही डीएम को बताया गया कि शहर क्षेत्र के 19 नशेड़ियों को नशा मुक्ति के लिए चिह्नित किया गया है. इन सबकी काउंसेलिंग की जायेगी. अगर कोई गंभीर रूप से नशे का आदी मिला, तो उसका इस केंद्र पर इलाज भी होगा.
इलाज से लेकर मनोरंजन तक का हो पूर्ण इंतजाम : इस दौरान डीएम श्री तितरमारे ने कहा कि नशा से लोगों को मुक्ति दिलाना सरकार एवं शासन की प्राथमिकता है. इसमें लापरवाही बरदाश्त नहीं की जायेगी. मौके पर डीएम को बताया गया केंद्र के नोडल प्रभारी डॉ अशरफ रिजवी और डॉ एके मंडल ने पटना में एवं डॉ शिल्पी रानी ने नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेज बेंग्लुरू में नशा मुक्ति ट्रेनिंग ली हैं. डीएम ने वहां साफ-सफाई से लेकर मरीजों के लिए मनोरंजन का भी इंतजाम करने, खानपान, योग-प्राणायाम एवं ध्यान की नियमित व्यवस्था करने का निर्देश दिया.