भागलपुर : शहर में परमिट के अनुसार वाहन नहीं चलाने वाले और बिना परमिट के ही धड़ल्ले से अवैध रूप से गाड़ी चलाने वालों पर अब सरकार का परिवहन विभाग कड़ी कारवाई करने के मूड में हैं. इस बार निर्देश की फाइल पदाधिकारियों के टेबुल पर नहीं रखी जायेगी, बल्कि निर्देश का हर हाल में […]
भागलपुर : शहर में परमिट के अनुसार वाहन नहीं चलाने वाले और बिना परमिट के ही धड़ल्ले से अवैध रूप से गाड़ी चलाने वालों पर अब सरकार का परिवहन विभाग कड़ी कारवाई करने के मूड में हैं. इस बार निर्देश की फाइल पदाधिकारियों के टेबुल पर नहीं रखी जायेगी, बल्कि निर्देश का हर हाल में पालन होगा.
इस नियम का पालन नहीं कराने वाले पदाधिकारी पर भी विभाग सख्ती करेगा. साथ इस मामले में पाये गये दोषियों का परमिट रद्द करने की भी बात कही गयी है. 20 दिसंबर 2015 को मुख्यमंत्री ने इस बारे में बैठक में कई निर्देश भी दिये थे. राज्य परिवहन आयुक्त नवीनचंद्र झा ने सभी संयुक्त आयुक्त सह सचिव क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार और सभी परिवहन पदाधिाकरी और मोटर यान निरीक्षक को पत्र भेजकर निर्देश दिये हैं. वाहनों से यात्रा करने वाले यात्रियों से अधिक भाड़ा वसूली करने की बात भी सामने आयी है, जिसके लिए कार्रवाई के लिए पत्र में लिखा गया है. राज्य के सभी जिले में विशेेष अभियान चलाने को भी कहा गया है.
बिना नियम के ही चलती है गाड़ी, कई का परमिट भी नहीं
शहर में बिना नियम के ही आधे से अधिक चल रही है, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई परिवहन विभाग द्वारा नहीं की जाती है. नियम है कि बना हेलमेट कोई गाड़ी नहीं चलाये, लेकिन आधे से अधिक लोग बिना हेलमेट के ही गाड़ी चला रहे हैं. विभाग समय-समय पर चेेकिंग अभियान चलाने के बदले मार्च में टारगेट पूरा करने के लिए ताबातोड़ छापेमारी करता है. यही साल भर पहले अभियान चलता तो यह स्थिति नहीं होती.
कम उम्र के लड़के व बिना लाइसेंस के ही चल रहे हैं गाड़ी : शहर में बिना लाइसेंस के ही कम उम्र के लड़के गाड़ी चला रहे हैं. इतना ही नहीं बहुत लोग ऐसे हैं जिनके पास दस साल से गाड़ी है वह भी बिना लाइसेंस के गाड़ी चला रहे हैं. नवगछिया से भागलपुर और बांका तक कमर्शियल गाड़ी चलाने वाले लड़कों की संख्या अधिक है. इसके बाद भी विभाग अभियान नहीं चला रहा है.