भागलपुर : मेयर दीपक भुवानिया ने कहा कि टीबी की बीमारी के उन्मूलन के लिए बेेहतरीन इलाज एवं सुविधाओं के बावजूद देश से टीबी का नामोनिशान नहीं मिट पा रहा है. जागरूकता के अभाव में ऐसा हो रहा है. अगर हम (सरकार एवं प्रशासन), आप(चिकित्सक) और समाज के लोग मिलकर साथ-साथ चलना शुरू कर दें तो समाज से टीबी को जड़ से उखाड़ा जा सकता है. श्री भुवानिया विश्व यक्ष्मा (टीबी) दिवस पर जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल के सभागार में आयोजित संगोष्ठी को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि चिकित्सक समाज के नीचे तबके के लिए जागरूकता एवं टीबी जांच शिविर लगाये, नगर निगम प्रशासन उनके हर पहल पर साथ होगा. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जेएलएनएमसीएच के अधीक्षक डॉ आरसी मंडल ने कहा कि तमाम जांच से लेकर बेहरतीन इलाज की सुविधा के बावजूद समाज में टीबी की भयावहता उसी तरह है जैसा कि आज से 50 साल पहले था. हम चिकित्सकों काे भी इस बीमारी को जड़ से मिटाने के लिए प्रयास करना होगा.
कार्यक्रम के समन्वयक एवं चेस्ट एंड टीबी विभाग के अध्यक्ष डॉ डीपी सिंह ने कहा कि आज की तारीख में देश की कुल आबादी में से 23 प्रतिशत आबादी टीबी से ग्रसित हैं. 80 प्रतिशत मरीजों के फेफड़े एवं 20 प्रतिशत मरीजों को एक्सट्रा पल्मनरी टीबी होता है. संगोष्ठी को मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष प्रो केडी मंडल, आइएमए के अध्यक्ष डॉ हेमशंकर शर्मा,
प्रो शांतनु घोष ने भी संबोधित किया. इसके पूर्व महापौर दीपक भुवानिया, अधीक्षक डाॅ आरसी मंडल, डॉ डीपी सिंह व प्रो केडी मंडल ने दीप प्रज्ज्वलित किया. कार्यक्रम का संचालन डॉ विनय कुमार झा ने किया. इस अवसर पर डॉ भारत भूषण, डॉ आरबी जायसवाल, जनार्दन आदि मौजूद रहे.