ठीक उसी तरह, जैसे कि सेना और पुलिस में भरती के बाद अपने कार्य को संभालने के पहले शपथ दिलायी जाती है. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि परीक्षा कैसे कदाचार मुक्त हो, यह वीक्षकों की जिम्मेवारी है.
इस जिम्मेवारी का कैसे निर्वहन किया जाये, यह वीक्षकों को तय करना है. टाउन हॉल में शिक्षक लोग भी वीक्षक के रूप कदाचारमुक्त परीक्षा कराने का वादा किया. जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री चौधरी ने कहा कि तीन बैच में करीब दो हजार शिक्षक-शिक्षिकाओं को इस बात की शपथ दिलायी गयी. उन्होंने परीक्षा के लिए विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये 20 बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए परीक्षा दिलायी जाये, इस बारे में उन्हें जानकारी दी.