भागलपुर : शुक्रवार को सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आ रहे हैं. शहरवासियों को आस है कि वि पिछले कुछ दिनों से शहर में हो रहे जलसंकट के समाधान के लिए कुछ ठोस निर्देश देंगे. शहर की जलापूर्ति की जो स्थिति बन रही है उससे ऐसा लगा रहा है कि आने वाले दिनों में शहर […]
भागलपुर : शुक्रवार को सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आ रहे हैं. शहरवासियों को आस है कि वि पिछले कुछ दिनों से शहर में हो रहे जलसंकट के समाधान के लिए कुछ ठोस निर्देश देंगे. शहर की जलापूर्ति की जो स्थिति बन रही है उससे ऐसा लगा रहा है कि आने वाले दिनों में शहर पानी के हाहाकार मच जायेगा. जलापूर्ति व्यवस्था को सही करने के लिए ना तो निगम ना ही एजेंसी के द्वारा ही ठोस पहल की जा रही है. शहर में जलापूर्ति भगवान भरोसे है.
शहर में अंगरेज के समय बिछाये गये पाइप लाइन में हर दिन लिकेज हो रहा और हर दिन पैन इंडिया के द्वारा पाइप लाइन को दुरुस्त कर रही है, लेकिन लिकेज सही नहीं हो पा रहा है.
तीन जल मीनार भी खराब. शहर में जल पर्षद द्वारा लाखों रुपये से निर्मित सिकंदरपुर, गोशाला और सीटीएस मैदान में बने जलमिनार बेकार पड़े हैं. अगर इस जल मीनार को चालू कर दिया जाये, तो हजारों घरों को पानी मिल जायेगा. इतना ही नहीं शहर में हर दिन हजारों लीटर पानी टूटे जनता नल की टोटी से नाला में बह रहा है.
वाटर वर्क्स के सूख रहे पोखर. जलापूर्ति की यह स्थिति है कि शहर को हर दिन 38 लाख गैलन पानी की सप्लाइ करने वाले वाटर वर्क्स की स्थिति चरमरा गयी है. गंगा के जल स्तर के घटने के कारण दोनों इंटक वेल को सही रूप से पानी नहीं मिल पा रहा है. दोनों इंटक वेल के सात मशीन में से तीन ही मशीन चल पा रही है, बाकी चार मशीन बंद पड़ी है. वाटर वर्क्स के चार पोखर में पानी घट रहा है.