बिल्डर्स एवं आम लोगों पर मकान बनाने में 50 फीसदी तक महंगाई की मार पड़ी है. बिल्डर्स एसोसिएशन के संयोजक आलोक अग्रवाल ने बताया कि हाल के दिनों में 3000 रुपये प्रति टेलर बालू का रेट 3500 रुपये हो गया था. अब बालू उठाव पर रोक लगने पर शहर में बालू आना पूरी तरह बंद हो चुका है.
जो चोरी-छिपे बालू आ रहे हैं, ब्लैक में पांच हजार रुपये प्रति टेलर हो गया है. दूसरे बिल्डर दीपक वर्मा बताते हैं निर्माण कार्य बाधित होता जा रहा है. रियल एस्टेट में 60 से 70 फीसदी तक कारोबार प्रभावित होता जा रहा है. ऐसे में शीघ्र समाधान नहीं निकला, तो सारा निर्माण कार्य ठप हो जायेगा. व्यापारी से लेकर मजदूर तक पलायन को मजबूर हो जायेंगे. 50 फीसदी महंगाई बढ़ गयी है. बिल्डरों ने बताया कि बालू का पहले रोजाना पांच करोड़ का कारोबार होता था, जो घट कर 50 लाख भी नहीं रह गया है. जबकि बालू का भाव आसमान पर है. जिन्हें जरुरी है, वे मजबूरी में बालू खरीद कर काम चला रहे हैं.