भागलपुर : कपड़ा व्यापारियों ने कहा कि आजादी से आज तक कपड़े पर किसी प्रकार का टैक्स नहीं लगाया गया. बिहार से सटे झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल व उत्तरप्रदेश में कपड़े पर किसी प्रकार का वैट नहीं है. कपड़ा पर वैट लगाया जाना सरकार का अदूरदर्शी एवं अव्यवहारिक निर्णय है. इस निर्णय के विरोध में राज्यव्यापी आंदोलन के तहत भागलपुर एवं पूर्वी बिहार का बाजार तीन दिनों 29 से 31 जनवरी तक बंद रहेगा.
उक्त निर्णय पटना स्थित चेंबर भवन सभागार में टेक्सटाइल मर्चेंट्स चेंबर ऑफ कॉमर्स एवं बिहार टेक्सटाइल चेंबर ऑफ कॉमर्स के बीच हुई बैठक में लिया गया. व्यापारियों में वैट को लेकर आक्रोश था. व्यवसायियों ने कहा कि सभी अफसरशाही और इंस्पेक्टरराज को लेकर चिंतित थे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अफसरशाही एवं इंस्पेक्टर राज के हमेशा खिलाफ रहे हैं, लेकिन उनके इस कदम से इसमें वृद्धि होगी.
बैठक में भागलपुर के कपड़ा व्यवसायी प्रतिनिधि के रूप में टेक्सटाइल चेंबर के अध्यक्ष गिरधारी केजरीवाल, उपाध्यक्ष सुनील जैन, शिव कुमार साह, प्रकाश चोखानी, संजय गंगवाल शामिल हुए.
आंदोलन को लेकर बैठकों का दौर जारी : टेक्सटाइल चेंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से मंगलवार को भागलपुर के कपड़ा व्यवसायी प्रतिनिधि के पटना जाने से पहले वेराइटी चौक स्थित चेंबर कार्यालय में बैठक हुई. बैठक में पटना में प्रदेश भर के कपड़ा कारोबारियों के प्रतिनिधियों की बैठक में शामिल होने का निर्णय लिया गया.
बैठक की अध्यक्षता गिरधारी केजरीवाल ने की. इस मौके पर सुनील जैन, लक्ष्मीनारायण डोकानिया, शिव केडिया, निर्मल पचेरीवाला, श्रवण बाजोरिया, विजय कालकार, विजय केजरीवाल, संजय सिंहानिया, आत्माराम किशोरपुरिया, शिव चौधरी, प्रमोद आदि उपस्थित थे.
पटना में तीन दिनों तक बाजार बंद कराने के बड़े निर्णय की तैयारी में अभी से यहां के कपड़ा कारोबारी जुट गये हैं. भागलपुर जिले के सभी कपड़ा कारोबारियों ने इस आंदोलन में मौन स्वीकृति दे दी है.
छोटे स्तर पर भी कपड़ा कारोबारी बैठक कर रहे हैं. अग्रवाल सम्मेलन की ओर से अध्यक्ष कुंजबिहारी झुनझुनवाला ने कहा कि वैट यहां के कपड़ा कारोबारियों के लिए घातक है. यहां के कारोबारी पहले से ही मूलभूत समस्या से परेशान हैं और अब वैट लाद दिया गया.