कहलगांव : कागजी टोला स्थित गंगा मुक्ति आंदोलन कार्यालय में रविवार को जल श्रमिक संघ की एक बैठक हुई. अध्यक्षता संघ के प्रदेश संयोजक सह वार्ड पार्षद योगेंद्र सहनी ने की. बैठक में पीरपैंती के विधायक रामविलास पासवान मुख्य रूप से मौजूद थे. संघ के सदस्य प्रभाष कुमार सिंह ने भागलपुर में डॉल्फिन अभ्यारण्य समाप्त करने की मांग की. उन्होंने कहा कि इससे मुछआरों की आजीविका काे संकट उत्पन्न हो गया है.
अशोक सहनी ने कहा कि कपड़ा जाल के कारण छोटी-छोटी मछलियां विलुप्त हो रही है. कपड़ा जाल अपराधियों द्वारा दिया जाता है. इस पर रोक लगायी जाये. दशरथ सहनी ने कहा कि 1991 के गजट के अनुसार कोल ढाव व नदी नाला में बाड़ लगाने पर रोक है. लेकिन इन जगहों पर बाड़ लगाये जा रहे हैं. 1991 के गजट को पूर्ण रूप से लागू किया जाये. मनोज सहनी ने कहा कि परंपरागत मछुआरों को सुरक्षा एवं नदियों में नि:शुल्क शिकारमाही के लिए परिचय पत्र दिया जाये. विरू साहनी ने कटाव एवं भूविस्थापितों की समस्या पीरपैंती विधायक के समक्ष रखी.
विधायक रामविलास पासवान ने कहा कि मछुआरों की मांग वाजिब है. इस संबंध में जिला मत्स्य पदाधिकारी के साथ बैठक कर विचार विमर्श किया जायेगा. उन्होंने मछुआरों के हक के लिए लड़ाई लड़ने की भी बात कही. राजद नेता जनार्दन आजाद ने भी विचार रखे. बैठक का संचालन प्रभाष कुमार सिंह ने किया. बैठक में योगेंद्र सहनी, अशोक सहनी, लखन सहनी, फेकिया देवी सहित बड़ी संख्या में मछुआरे मौजूद थे.