23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

हेडिंग:सिटी: मां ने मोबाइल छीना, तो बेटे ने लगा ली फांसी

हेडिंग:सिटी: मां ने मोबाइल छीना, तो बेटे ने लगा ली फांसी-लालूचक बसंत विहार कॉलोनी में रहनेवाले छात्र अभिषेक राज ने खुद को फंदे पर लटकाया-मृतक छात्र आर्यभट्ट स्कूल से कर रहा था पढ़ाई -इस बार इंटर का एग्जाम देनेवाला था छात्र-मौसी ने बताया, पढ़ाई को लेकर मां ने डांटा था, मोबाइल भी छीन लिया था-अभिषेक […]

हेडिंग:सिटी: मां ने मोबाइल छीना, तो बेटे ने लगा ली फांसी-लालूचक बसंत विहार कॉलोनी में रहनेवाले छात्र अभिषेक राज ने खुद को फंदे पर लटकाया-मृतक छात्र आर्यभट्ट स्कूल से कर रहा था पढ़ाई -इस बार इंटर का एग्जाम देनेवाला था छात्र-मौसी ने बताया, पढ़ाई को लेकर मां ने डांटा था, मोबाइल भी छीन लिया था-अभिषेक के पिता अशोक चौरसिया राजस्थान में हैं इंजीनियर फोटो आशुतोषवरीय संवाददाता, भागलपुरमोजाहिदपुर थाना क्षेत्र के लालूचक बसंत विहार कॉलोनी में रहनेवाले आर्यभट्ट स्कूल के इंटर के छात्र अभिषेक राज ने फांसी लगा कर जान दे दी. अभिषेक राज सोमवार की रात पंखे में बिजली का तार बांध कर फंदे से लटक गया. मंगलवार की शाम उसके फांसी लगा लेने की खबर मिलते ही पुलिस पहुंची और अभिषेक के परिजनों के सामने उसे फंदे से नीचे उतारा गया. अभिषेक के कमरे से पुलिस को सुसाइड नोट नहीं मिला है.मां ने पढ़ाई को लेकर डांटा था और मोबाइल छीन ली थी: अभिषेक राज के मौसी ने बताया कि सोमवार को वह एकदम ठीक था और खुश भी था. सोमवार को ही अभिषेक को उसकी मां ने पढ़ाई को लेकर डांटा था. वह मोबाइल पर ज्यादा समय दे रहा था, इसलिए उसका मोबाइल भी मां ने छीन लिया था. अभिषेक के परिजनों ने बताया कि उसने दिल्ली पब्लिक स्कूल से पढ़ाई करने के बाद आर्यभट्ट में एडमिशन लिया था और इस बार वह इंटर का एग्जाम देनेवाला था.बेटे काे डांट कर बहन के यहां चली गयी थी मां :अभिषेक की मौसी ने बताया कि सोमवार की शाम में अभिषेक ने मोटर चलाया था और वह कहीं से भी परेशान नहीं दिख रहा था. सोमवार को डांटने और मोबाइल छीनने के बाद अभिषेक की मां कैलाशपुरी में रहनेवाली अपनी बहन के यहां चली गयी थी. मंगलवार को उसके लौटने के बाद भी जब अभिषेक के कमरे का दरवाजा बंद मिला, तो वेंटिलेटर से झांक कर देखा कि अभिषेक फंदे से लटका है. उसने अंदर से दरवाजा बंद कर रखा था.बहुत मुश्किल से कमरे में घुसे :अभिषेक ने अपने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर फांसी लगायी थी. दरवाजा इतना मजबूत था कि उसे बाहर से तोड़ पाना सभी के लिए मुश्किल साबित हो रहा था. मोजाहिदपुर इंस्पेक्टर मनोरंजन भारती वहां पहुंचे और पुलिस ने अभिषेक के परिजनों को कमरे के पीछेवाली खिड़की को तोड़ने में मदद की. अभिषेक के मौसा कमरे में घुसे और उन्होंने अंदर से दरवाजे में लगे ताला को तोड़ा.पिता रहते हैं राजस्थान में, दादा-दादी पहुंचे गांव सेअभिषेक राज के पिता अशोक चौरसिया राजस्थान में किसी प्राइवेट कंपनी में इंजीनियर हैं. अभिषेक भाई में अकेले था. उसकी एकमात्र बड़ी बहन दिल्ली में रह कर पढ़ाई कर रही है. अभिषेक के फांसी लगाने की खबर मिलते ही उसके पैतृक गांव गोगरी जमालपुर के मलिया से उसके दादा-दादी यहां पहुंचे. सभी कह रहे थे कि अभिषेक शांत स्वभाव का लड़का था. उसके कमरे और पूरे घर के रख-रखाव को देख कर लगता है कि वह सुखी संपन्न घर से ताल्लुक रखता था.चर्चा यह भी थी :आस-पास के लोगों के बीच चर्चा थी कि बेटे को डांटने के बाद मां अपनी बहन के यहां कैसे चली गयी. लोगों के बीच यह भी चर्चा थी कि अभिषेक तीन दिन से अपने कमरे में बंद था. हालांकि सच्चाई जांच के बाद ही सामने आ पायेगी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें