भागलपुर : नाथनगर कुंडी टोला में डेढ़ माह से 17 परिवार नाला के गंदा पानी के बीच जीवन गुजार रहे हैं. यहां कई घरों में नाला का पानी भर गया है, तो कई लोगों की देहरी के पास दूषित पानी जमा है. इस जलजमाव में कीड़े तैरते नजर आने लगे हैं. मच्छर का प्रकोप उन […]
भागलपुर : नाथनगर कुंडी टोला में डेढ़ माह से 17 परिवार नाला के गंदा पानी के बीच जीवन गुजार रहे हैं. यहां कई घरों में नाला का पानी भर गया है, तो कई लोगों की देहरी के पास दूषित पानी जमा है. इस जलजमाव में कीड़े तैरते नजर आने लगे हैं. मच्छर का प्रकोप उन इलाकों में भी फैल गया है,
जहां पानी जमा नहीं है. पानी से सड़ांध उठने लगा है. इसके निकट रह कर लोगों को रहने, खाना बनाने और खाने की मजबूरी है. इन लोगों को सबसे बड़ी दिक्कत पेयजल की हो गयी है. चापाकल से गंदा काला पानी निकल रहा है. कुछ लोग तो पासीटोला से डब्बे में पानी भर कर ढोकर ला रहे हैं. लेकिन अधिकतर परिवार इसी प्रदूषित पानी को पीकर जीवन गुजार रहे हैं. यहां नाथनगर रेलवे लाइन के किनारे वाले नाले की निकासी बंद हो जाने के कारण पानी जमा हो गया है. साथ ही यहां पूरे कुंडी टोला के नाले का भी पानी लगातार जमा हो रहा है.
काम धंधा हो गया है बंद. उमेश रजक के घर में डेढ़ माह से नाले का गंदा पानी भरा हुआ है. घर से निकलने के लिए आंगन में बालू भरी बोरी डाल उस पर चल रहे हैं. उमेश रजक की पत्नी सीमा देवी, पुत्र सौरभ कुमार, बेटी रानी व काजल का कहना था कि दिन में किसी तरह काम चल जाता है. रात होने पर सांस लेना मुश्किल हो जाता है. उस पर मच्छर के हमले से नींद नहीं आती है. खाना खाने के लिए छप्पर पर चढ़ जाते हैं. नीचे खाने पर उल्टी आने लगती है. लोगों ने बताया कि डेढ़ माह से कपड़ा धोने व आयरन करने का काम बंद पड़ा है. काम करें भी तो कहां.
बच्चे पड़ रहे बीमार, मर गयी चार बकरी. रविवार की दोपहर झालो देवी व उसका तीन साल का पोता जलजमाव के प्रदूषित पानी के निकट खाना खा रहे थे. कैमरे के फ्लैश चमकते ही खाना छोड़ उठ जाती है. कहती है कि कुछ पल यहां कोई गुजार कर देखे, तभी पता चलेगा कि किस तरह नरक में जी रहे हैं. बगल में जमा पानी दिखाते हुए कहती है कि बदबू के कारण उबकाई आती है. यदि शहर में अमीर लोगों के यहां ऐसा होता, तो प्रशासन समाधान के लिए दिन रात एक कर देता. हद तो यह हो गयी है कि नगर निगम ने चार पांच दिन टैंकर का पानी पिलाया और फिर बंद कर दिया. चार बकरी गंदा पानी पीकर व बदबू से मर गयी. घर में बाल बच्चे बीमार पड़ रहे हैं.
बाजार के दुकानदार भी हो रहे हैं परेशान. नाथनगर के दुकानदार भी नाले की निकासी से परेशान हो रहे है. मुख्य बाजार गोलदार पट्टी मोड़ के पास रोजाना नाले का पानी सड़क पर बहता है. इससे ग्राहक इधर से नहीं गुजरते है. इस रोड के दुकानदारों का कहना था कि प्रशासन को युद्धस्तर पर नाला का निर्माण कार्य पूरा करना चाहिए.