भागलपुर: तिलकामांझी इशाकचक थाना क्षेत्र के बीच स्थित इस्लामनगर छोटी लाइन झोपड़पट्टी बमबाजी के बाद दहशत है. यहां गुरुवार को दिन के एक बजे दो पक्षों के बीच जम कर मारपीट व बमबाजी हुई. घटना में एक पक्ष के चार लोग मो जुबैर, मो अमन, बीबी नूरजहां व बीबी जीनत बम के छींटे लगने से बुरी तरह घायल हो गयी.
बम विस्फोट से आसपास के इलाके में सनसनी फैल गयी. बम इतना शक्तिशाली था कि इसके धमाके की आवाज दो किलोमीटर तक सुनी गयी. धमाके की आवाज सुन बड़ी संख्या में आसपास के लोगों की भीड़ घटनास्थल पर जुट गयी. घटना की सूचना पर तिलकामांझी थानाध्यक्ष दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और सभी घायलों को इलाज के लिए जेएलएनएमसीएच भेज दिया. फिलहाल सभी घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. चिकित्सकों के अनुसार वे खतरे से बाहर हैं.
घटना के बाद आसपास रहनेवाले लोग इस बारे में कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं. बताया जाता है कि घटना में शामिल दोनों पक्ष के लोग दबंग हैं. यही वजह है कि कोई भी कुछ बोलने से परहेज कर रहा है. घटना में घायल मो अमन को पैर के तलबे व घुटने और अन्य जगहों पर बम के छींटे लगे हैं. जुबैर को डंडा लगने से सिर फट गया है और उसका पैर जख्मी हैं. वहीं जुबैर की बहन व जीनत को भी बम के छींटे लगे हैं. तिलकामांझी थानाध्यक्ष ने सभी घायलाें का अस्पताल में बयान कलमबद्ध किया. पुलिस घटनास्थल वाले इलाके पर निगरानी रख रही है.
अस्पताल में घायल मो अमन ने तिलकामांझी थानाध्यक्ष को बताया कि बरहपुरा निवासी मो जुबैर के साथ ही वह लकड़ी काटने का काम करता है. जुबैर के साथ झोपड़पट्टी छोटी लाइन के पास रहनेवाले टमटम चालक मो गुलजार के बेटे व अन्य लोग मारपीट कर रहे थे. वह जुबैर को बचाने गया तो बम विस्फोट हो गया. गुलजार के बेटे हैदर अली, शमशेर और हैदर के भांजे ने जुबैर के साथ बुरी तरह मारपीट की थी.
पहले जेल जा चुका है जुबैर : झोपड़पट्टी के कुछ लोगों ने दबी जुबान से बताया कि मो जुबैर भी अपराधी प्रवृति का है. वह पहले बबुआ ग्रुप में रहता था. तिलकामांझी थाने में उसके खिलाफ केस हुआ था, जिसमें वह जेल जा चुका है. हैदर अली से विवाद होने के बाद जुबैर घर से बम लेकर झोपड़पट्टी आया था. मारपीट व धक्का मुक्की के बीच जुबैर के हाथ का बम विस्फोट कर गया. इस वजह से वहां आसपास जो लोग थे सब घायल हो गये. जुबैर का दो भाई है जेल में : मो जुबैर चार भाई है. इसका नाम मो नेजाम, मो अली व मो नजरू है. मो नेजाम व मो अली अभी जेल के अंदर है. बताया जाता है कि जुबैर का सभी भाई दबंग हैं. थाना प्रभारी रंजन कुमार ने बताया कि मारपीट व बम विस्फोट की घटना में घायल लोगों का बयान लिया गया है. पुलिस घटना की जांच कर रही है और इसमें शामिल लोगों पर कार्रवाई की जायेगी. पुलिस घटनास्थल वाले क्षेत्र पर निगरानी कर रही है. सिटी डीएसपी शहरयार अख्तर घटना की सूचना पाकर घटनास्थन इस्लामपुर झोपड़पट्टी पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि लोगों से पूछताछ से पता चला है कि जुबैर का 1200 रुपये बकाया को लेकर हैदर अली पक्ष से विवाद हुआ था. इसी में मो जुबैर घर गया और हाथ में बम लेकर झोपड़पट्टी की ओर भागने लगा. जुबैर को बम लेकर जाते समय मो अमन व उसकी बहन रोक रही थी. गुस्से में सबकों छुड़ाकर जुबैर बम लेकर हैदर अली को मारने जा रहा था. तभी वह बम लेकर सड़क किनारे गिर गया, जिससे बम विस्फोट कर गया. हालांकि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
लकड़ी का पैसा मांगने पर हैदर अली ने मारा बम
अस्पताल में मो जुबैर ने तिलकामांझी थानाध्यक्ष को बताया कि मो गुलजार के बेटे हैदर अली के पास लकड़ी काटने का बकाया 1200 रुपया मांगने गये थे. पैसा मांगने पर विवाद हुआ. इस पर हैदर अली ने उनके सिर पर डंडा से वार कर दिया, जिससे सिर फट गया. इसके बाद गुलाजार व उसके चारों बेटे हैदर अली, शमशेर, मो खैर व हैदर का भांजा ने मिल कर बुरी तरह पीटा. इसी बीच हैदर अली पक्ष के लोगों ने उसे बम मार कर घायल कर दिया. बम मारने के कारण उनकी दो बहन बीबी नूरजहां व बीबी जीनत भी घायल हो गयी है. वह बचाने के लिए घटनास्थल पर गयी थी.
अमन की मां को भी लगा है बम का छींटा
अस्पताल में घायल अमन के साथ उसकी मां बीबी नाजरा अमन के छोटे बच्चे के साथ पहुंची थी. बताया कि वह दूसरे के यहां चौका बरतन का काम करती है. काम कर जब घर लौटी, तो पता चला कि अमन को कुछ लोग बुला कर ले गये है. बम किसने चलाया वह नहीं जानती है. बम के छींटे उसके भी पैर व अन्य जगह पर लगे हैं.