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नौ की जगह रहे गये हैं अब तीन शिक्षक
भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय का पीजी भूगोल विभाग भगवान भरोसे चल रहा है. यहां नौ में महज तीन शिक्षक हैं. पिछले कुछ वर्षों से यहां के शिक्षक सेवानिवृत होते जा रहे हैं. नये शिक्षक की बहाली विभाग में नहीं की जा रही है. विभाग का भवन दरक रहा है. कक्षा, सीढ़ी की रेलिंग व हेड […]
भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय का पीजी भूगोल विभाग भगवान भरोसे चल रहा है. यहां नौ में महज तीन शिक्षक हैं. पिछले कुछ वर्षों से यहां के शिक्षक सेवानिवृत होते जा रहे हैं. नये शिक्षक की बहाली विभाग में नहीं की जा रही है. विभाग का भवन दरक रहा है. कक्षा, सीढ़ी की रेलिंग व हेड कार्यालय के छत का प्लास्टर टूट -टूट कर गिर रहा है. डर-डर कर छात्र कक्षा करते हैं. प्रयोगशाला कक्ष छोटा होने के कारण छात्रों को प्रैक्टिकल करने में असुविधा होती है.
वर्षों से बंद है पुस्तकालय कक्ष : विभाग में पुस्तकालय कक्ष जरूर है. लेकिन वर्षों से बंद पड़ा है. महत्वपूर्ण किताबों से छात्र महरूम हो रहे हैं. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पुस्तकालय अध्यक्ष की प्रतिनियुक्ति विवि में कर दी गयी है. पुस्तकालय से किताबें नहीं मिलने पर छात्रों में आक्रोश है.
सेमिनार हॉल भी नहीं : विभाग में सेमिनार व कॉमन रूम तक नहीं है. अगर विभाग को सेमिनार करना है, तो दूसरे विभागों के सेमिनार हॉल में कार्यक्रम करना पड़ता है. शिक्षकों के बैठने के लिए कॉमन रूम तक नहीं है. कंप्यूटर है, तो इंटरनेट की व्यवस्था नहीं है.
छात्रों ने कहा : छात्र निलांधर कुमार, राज कुमार, संतोष कुमार, सौरभ कुमार आदि छात्रों ने बताया कि विभाग में समस्या का अंबार है. पेयजल की व्यवस्था नहीं है. शौचालय है, लेकिन पानी की व्यवस्था नहीं है. छात्रों को पुस्तकालय से पुस्तक नहीं मिलती है. कक्षा की दीवार व छत का प्लास्टर टूट -टूट कर गिरता है. छात्र जान जोखिम में डाल कर क्लास करते हैं.
विभाग में भूगोल विषय के अनुसार प्रैक्टिकल से जुड़े नये उपकरण नहीं हैं. पुराने उपकरण से ही छात्र प्रैक्टिकल करते हैं. शिक्षकों की कमी भी बड़ी समस्या है. वर्तमान में तीन शिक्षक हैं. लेकिन वर्ष 2016 में एक और शिक्षक सेवानिवृत्त हो जायेंगे. दो ही शिक्षक छात्रों को पढ़ा पायेंगे. जर्जर भवन के मरम्मत कार्य के लिए कई बार विवि प्रशासन को लिखा जा चुका है.
डॉ एसएन पांडे, विभागाध्यक्ष पीजी भूगोल विभाग
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