24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

अब भी नहीं सुधरे तो गंगा मैया नहीं करेंगी माफ

अब भी नहीं सुधरे तो गंगा मैया नहीं करेंगी माफ गंगा के कई घाट सूख गये हैं. कई घाटों में पानी काफी कम है. इतना कम कि कैसे इन घाटों पर छठ किया जाये, यह सवाल खड़ा हो गया है. विभिन्न संस्थानों, छठ पूजा समितियों व गण्यमान्य लोगों ने जिला के शीर्ष अधिकारियों से डैम […]

अब भी नहीं सुधरे तो गंगा मैया नहीं करेंगी माफ गंगा के कई घाट सूख गये हैं. कई घाटों में पानी काफी कम है. इतना कम कि कैसे इन घाटों पर छठ किया जाये, यह सवाल खड़ा हो गया है. विभिन्न संस्थानों, छठ पूजा समितियों व गण्यमान्य लोगों ने जिला के शीर्ष अधिकारियों से डैम से पानी छोड़ने का अनुरोध किया है. क्या यह विडंबना नहीं है कि जहां गंगा बहती है, वहां छठ के लिए डैम से पानी छोड़ने का अनुरोध किया जा रहा है. यह खतरनाक स्थिति है. अब भी नहीं सुधरे तो गंगा मैया माफ नहीं करेगी. हमने क्या-क्या अत्याचार नहीं किये. जगह-जगह बांध बना कर गंगा की अविरल धारा को रोक दिया. गंगा का डस्टबीन की तरह उपयोग किया. कूड़ा, कचरा, गंदा पानी सारे त्यक्त पदार्थ डालते गये. हम यह भूल गये कि गंगा सिर्फ नदी नहीं, मां भी है. अपने साथ पूरी एक संस्कृति समेटे गंगा मां. सिर्फ गंगा किनारे के शहर को जोड़ लिया जाये पूरी एक अलग संस्कृति की दुनिया बस सकती है. चाहे हरिद्वार हो या बनारस या भागलपुर. उन गंगा घाटों का हाल तो भागलपुर में देखिए. चंपानाला से मुसहरी घाट तक. यहां क्या सिर्फ कहने भर के घाट नहीं रहे गये हैं. गंदगियों से अटे पड़े हैं ये घाट. गंगा माता यहां रूठी नहीं, बेचारी दिखती है. जहां कभी गंगा की धार अविरल बहा करती थी वहां एक बड़े नाला की तरह का गड्ढा दिखता है. गंगा वहां से दो-तीन किमी दूर चली गयी है. मात्र बरारी पुल व सीढ़ी घाट ही है, जहां गंगा की धार है. गंगा घुट रही है और हम मनमानी कर रहे हैं. कचरा फेंकते हैं, गंदा पानी बहाते हैं. परेशानी शुरू हो चुकी है. यही स्थिति रही तो अब गंगा मैया माफ नहीं करेगी. लेकिन स्थितियां बदले, इसके लिए हम सब एक मसीहा का इंतजार कर रहे हैं. ऐसा मसीहा जो जादू की छड़ी घुमा कर क्षण भर में सब कुछ ठीक कर दे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें