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लोदीपुर व जीरोमाइल में लूट का खुलासा
भागलपुर : दो नवंबर को लोदीपुर थाना क्षेत्र के तारा वाइन शॉप में लूट (केस नंबर 110/15) और तीन नवंबर को जीरोमाइल थाना क्षेत्र में गैस गोदाम में लूट कांड (केस नंबर 114/15) का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है. इन दोनों कांडों में शामिल सात अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया और उनके पास […]
भागलपुर : दो नवंबर को लोदीपुर थाना क्षेत्र के तारा वाइन शॉप में लूट (केस नंबर 110/15) और तीन नवंबर को जीरोमाइल थाना क्षेत्र में गैस गोदाम में लूट कांड (केस नंबर 114/15) का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है. इन दोनों कांडों में शामिल सात अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया और उनके पास से नकदी, अवैध हथियार, मोबाइल और घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद किया है.
एसएसपी विवेक कुमार ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में इसकी जानकारी दी. सुल्तानगंज में बिजली ऑफिस में लूट कांड के उद्भेदन के बाद एक सप्ताह के अंदर पुलिस को यह दूसरी बड़ी सफलता मिली है.
बन्नी और हीरू पुलिस की पहुंच से बाहर : लूट कांड में शामिल अपराधियों के गिरोह का सरगना बन्नी और हीरू मियां है. पुलिस बन्नी मियां के घर पर भी छापेमारी के लिए गयी थी.
उसके घर की महिलाओं ने पुलिस का विरोध भी करना शुरू कर दिया. हीरू मियां इशाकचक का रहने वाला है और वह पेट्राेल पंप लूट कांड में शामिल रहा है.
रहा है आपराधिक रिकॉर्ड : मो शाहरूख, शुभम वर्मा और रंजीत हरि की बात करें तो इनका पुराना आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. इनके खिलाफ आदमपुर में केस नंबर 910/14 लूट कांड, तिलकामांझी थाना में केस नंबर 920/14 लूट कांड और 203/15 गोली चलाने आदि के मामले दर्ज हैं.
मो मून खां उर्फ फरहान उर्फ डकुआ के खिलाफ इशाकचक थाने में आर्म्स एक्ट एवं हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है. वह चार बार जेल जा चुका है.
जेल से जल्दी बाहर आ जाते हैं अपराधी : आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले ज्यादातर बड़े अपराधी कई कांड में कई बार जेल जा चुके हैं. पेट्राेल पंप लूट कांड में शामिल हीरू मियां ने सरेंडर किया था. वह बहुत जल्दी जेल से बाहर आ गया. बन्नी मियां पर इस इलाके का कुख्यात अपराधी है. वह भी कई कांड में जेल गया और जल्दी ही बाहर भी आ गया. जेल से बाहर आते ही अपराधी फिर से अापराधिक घटनाओं को अंजाम देने में लग जाता है.
छापेमारी के लिए बनी थी टीम : लोदीपुर और जीरोमाइल लूट कांड का उद्भेदन कर अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए एसएसपी ने एक टीम गठित की थी. इसमें लॉ एंड ऑर्डर डीएसपी राजेश सिंह प्रभाकर, डीएसपी सिटी शहरयार अख्तर, प्रशिक्षु डीएसपी शिवेन्दु अनुभवी, लोदीपुर थाना इंस्पेक्टर भाई भरत, सबौर थाना प्रभारी नीरज तिवारी, औद्योगिक प्रक्षेत्र थाना प्रभारी राघवेंद्र कुमार, गोराडीह थाना प्रभारी विजय चंद्र शर्मा, तिलकामांझी थाना प्रभारी रंजन कुमार और जनशिकायत कोषांग के प्रभारी नीरज कुमार सिंह शामिल थे.
शाहरुख ने भागने की कोशिश की थी
पुलिस जब शाहरुख को पकड़ने गयी तो वह भागने की कोशिश करने लगा था. पुलिस की सक्रियता की वजह से वह भागने में सफल नहीं हो पाया. शुभम वर्मा को पकड़ने के लिए पुलिस को अतिरिक्त प्रयास करना पड़ा. उसे पकड़ने के लिए पुलिस को तीन बार कोशिश करनी पड़ी. आखिरकार शुभम पुलिस के कब्जे में आ ही गया.
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