भागलपुर: अभिभावकों के लिए खुशखबरी है. इस बार स्कूलों में बच्चों के दाखिले के लिए जरूरी जन्म-प्रमाण पत्र के लिए अब अंचल कार्यालय जगदीशपुर का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. इस साल से जन्म प्रमाणपत्र नगर निगम में ही बनेगा. पिछले साल सरकार के निर्देश पर जन्म-प्रमाण पत्र के लिए अभिभावकों को आवेदन और सारे कागजात जगदीशपुर अंचल कार्यालय में जमा करना पड़ा था. इससे अभिभावकों को काफी परेशानी उठानी पड़ती थी. अगर अावेदन या उसके साथ संबंधित दस्तावेज में कोई कमी रह जाती थी, तो परेशानी और बढ़ जाती थी.
सुबह से शाम तक उन्हें अंचल कार्यालय, जगदीशपुर में ही चक्कर लगाना पड़ता था. उसके बाद वहां से आवेदन नगर निगम भेजा जाता था. कभी-कभी निगम में आवेदन पहुंचने के बाद भी आवेदन का कोई पन्ना खो जाता था या मिलता नहीं था, तो प्रमाणपत्र बनवाने में मुश्किल आती थी. इन सभी परेशानी को देखते हुए इस साल से निगम में ही प्रमाण-पत्र बनाने का निगम प्रशासन ने निर्णय लिया है.
शपथ पथ के साथ घर की रसीद भी लगेगी : जन्म प्रमाण-पत्र बनाने के लिए नगर आयुक्त के नाम से एक आवेदन के साथ नाॅटरी से अग्रसारित न्यायालय के एक शपथ-पत्र, घर की रसीद और आवेदक का पहचान पत्र नगर निगम कार्यालय में जमा करना पड़ेगा. इसके अलावा आवेदन में जिस बच्चे का प्रमाण-पत्र बनना है, उसका जन्म जिस डॉक्टर के यहां हुआ उस डॉक्टर के नर्सिंग होम का कागज होना जरूरी है.
क्या कहते हैं नगर आयुक्त : नगर आयुक्त अवनीश कुमार सिंह ने कहा कि पिछले साल की परेशानी को देखते हुए इस बार निगम में जन्म प्रमाण-पत्र का आवेदन पत्र जमा होगा ओर यहीं पर प्रमाण-पत्र मुहैया कराया जायेगा. सभी कार्य निगम के अनुसार होंगे ओर समय पर सभी को प्रमाण-पत्र मिलेगा.
लगेंगे पांच िदन
इस बार निगम से जन्म प्रमाण-पत्र बनने में पांच दिन का ही समय लगेगा. पिछले साल जगदीशपुर में आवेदन सहित प्रमाण पत्र के जांच करने और फिर उसे निगम में भेजने के बाद प्रमाण-पत्र बनने में लगभग 15 दिन का समय लग जाता था. जन्म प्रमाण-पत्र प्रभारी जय प्रकाश यादव ने बताया कि इस बार निगम में ही जन्म प्रमाण पत्र बनाये जायेंगे. प्रमाण-पत्र बनने में पांच दिन का समय लगेगा और लोेगों को अधिक भागदौड़ भी नहीं करनी पड़ेगी. उन्होंने बताया कि सभी आवेदन व कागजात निगम में ही जमा होंगे और कागजात की जांच के बाद 10 रुपये का रजिस्टेशन शुल्क जमा करने के बाद प्रमाण पत्र बन जायेंगे. उन्होंने बताया कि छठ के बाद से प्रमाण-पत्र के लिए आवेदन आने शुरू हो जायेंगे. पिछले साल जगदीशपुर में प्रमाण-पत्र का आवेदन जमा होने के बाद लगभग पांच हजार प्रमाण-पत्र बन पाया था.