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प्रेक्षागृह बने, पॉलीथिन प्रयोग पर लगे रोक

प्रेक्षागृह बने, पॉलीथिन प्रयोग पर लगे रोक- स्मार्ट सिटी के लिए निगम में मंदार नेेचर क्लब, परिधि व दिशा ग्रामीण विकास मंच के सदस्यों ने रखी अपनी बात-फोटो मनोजसंवाददाताभागलपुर : स्मार्ट सिटी को लेकर तीसरे दिन नगर निगम कार्यालय में बैठक हुई. इसमें कई समितियों के साथ नगर प्रबंधक व डीपीआर तैयार करनेवाली एजेंसी के […]

प्रेक्षागृह बने, पॉलीथिन प्रयोग पर लगे रोक- स्मार्ट सिटी के लिए निगम में मंदार नेेचर क्लब, परिधि व दिशा ग्रामीण विकास मंच के सदस्यों ने रखी अपनी बात-फोटो मनोजसंवाददाताभागलपुर : स्मार्ट सिटी को लेकर तीसरे दिन नगर निगम कार्यालय में बैठक हुई. इसमें कई समितियों के साथ नगर प्रबंधक व डीपीआर तैयार करनेवाली एजेंसी के अधिकारी भी थे. निगम व एजेंसी को नसीहत दी गयी कि पहले नगर निगम के दायरे की पूरी जानकारी लें. इस पर काम करें, नहीं तो स्मार्ट सिटी का प्लान करने से कोई फायदा नहीं होगा. बैठक में परिधि संस्था और मंदार नेचर क्लब के सदस्यों ने कहा कि स्मार्ट सिटी में सबसे पहले शहर में रंगकर्मियों के लिए कम से कम पांच हजार लोगों के बैठने वाला एक प्रेक्षागृह के अलावा एक पुस्तकालय के साथ आर्ट गैलरी भी हो. बैठक में यह भी कहा गया कि सुलतानगंज से कहलगांव तक डॉल्फिन अभ्यारण्य स्थली की सुरक्षा के अलावा पक्षी विहार क्षेत्र को भी सुरक्षित किया जाये. शहर में तीसरे दिन भी ड्रेनेज सिस्टम, सड़क चौड़ीकरण और ट्रैफिक सिस्टम को दुरुस्त करने पर बात हुई. बैठक में शहर में 15 साल पहले खुली जमीन अब सिमट गये हैं. ओपेन जमीन 6.8 प्रतिशत से सिमट कर 1.7 प्रतिशत हो गया है. बैठक में आये लोगों ने कई राय दी. गंगा की साढ़े तीन हजार हेक्टेयर जमीन गंगा बेसिन कहलाती है, उसे अतिक्रमित कर लिया गया है. इस पर विशेष ध्यान देने की बात कही गयी. न टाउन प्लान का मैप न डाटा, कैसे बनेगा स्मार्ट सिटीबैठक में आये प्रोफेसर रंजन कुमार सिन्हा ने कहा कि शहर में 15 साल पहले ओपेन लैंड का दायरा सिमट कर रह गया है. गंगा बेसिन की जमीन को अतिक्रमित कर लिया गया है. उन्होंने बैठक में नगर प्रबंधक विनय कुमार यादव और स्मार्ट सिटी का डीपीआर बनाने वाली एजेंसी हरभजन को कहा कि आप लोगों के पास टाउन प्लान नहीं है और न ही कोई डाटा है तो स्मार्ट सिटी की तैयारी कैसे करेंगे. उन्होंने कहा कि निगम के क्षेत्रफल के बारे में भी आपलोगों को सही जानकारी रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हर दिन शहर में 22 हजार लोगों का आना-जाना लगा रहता है. इससे जाम की समस्या बनी रहती है. आमंत्रित गण्यमानों ने कहा पॉलीथीन पर लगे रोक, तालाब की हो सुरक्षामंदार नेचर क्लब के डॉ सुनील अग्रवाल ने बैठक में स्मार्ट सिटी पर अपने सुझाव देते हुए कहा कि सबसे पहले स्मार्ट सिटी के डीपीआर में पॉलीथीन पर रोक का प्रस्ताव शामिल किया जाये. शहर में पॉलीथीन के प्रयोग पर रोक लगे. उन्होंने यह भी कहा कि शहर में पहले 24 तालाब थे जो घट गये हैं. उन्होंने कहा कि छत्रपति पोखर को भर कर उस पर मकान बन गये. उन्होंने यह भी कहा कि साहेबगंज से नाथनगर तक परती जमीन पर पार्क व टहलने का रास्ता बनाया जाये.डॉल्फिन व पक्षी विहार की सुरक्षा की हो व्यवस्था मंदार नेचर क्लब के संस्थापक सह बिहार वन्य प्राणी प्राधिकार के सदस्य अरविंद मिश्र ने बैठक में कहा कि एशिया का सबसे बड़ा डॉल्फिन सेंटर भागलपुर में हैं आैर पक्षी विहार भी यहां है. स्मार्ट सिटी में इसकी सुरक्षा की पूरी व्यवस्था हो. उन्होंने शहर के ट्रैफिक व्यवस्था की सुधार की बात कही.झुग्गी -झोपड़ी वाले का हो रजिस्ट्रेशन परिधि के उदय ने कहा कि शहर के रंगकर्मियों के लिए ओपेन थियेटर और आर्ट गैलरी की स्थापना हो. उन्होंने कहा कि जब इसका निर्माण हो तो इसका किराया भी अलग-अलग किया जाये. उन्होंने झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोेगों के लिए कहा कि इन लोगों के घरों का रजिस्ट्रेशन किया जाये. अगर इन्हें हटाया भी जाये तो इनके रहने की भी व्यवस्था की जाये.मुख्य-बाजार में यूरिनल की हो व्यवस्था परिधि की वर्षा ने कहा कि शहर के मुख्य बाजार में महिलाओं के लिए यूरिनल की व्यवस्था नहीं है. ग्रामीण व शहरी क्षेत्र से आनेवाली महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि निगम इसकी व्यवस्था जल्द से जल्द करे और शहर के स्टेशन चौक, खलीफाबाग, वेराइटी चौक आदि जगहों पर इसकी व्यवस्था हो. प्रेक्षागृह का निर्माण हो परिधि की संगीता ने कहा कि शहर में रंगकर्मियों के लिए एक प्रेक्षागृह भी नहीं है. इसके अलावा न पुस्तकालय और न ही आर्ट गैलरी है. स्मार्ट सिटी के डीपीआर में इसे भी शामिल किया जाये. प्रेक्षागृह भी बने तो उसमें पांच हजार लोगों के लिए व्यवस्था हो सके ताकि लोग नाटक मंचन को आराम से देख सके. ड्रेनेज सिस्टम हो दुरुस्त समाजसेवी प्रियंका ने कहा कि वर्तमान में शहर की ड्रेनेज व्यवस्था पूरी तरह खराब है. बारिश के दिनोें में शहर में पानी जम जाता है. स्मार्ट सिटी में सबसे पहले ड्रेनेज व्यवस्था सही हो और उसे अंडरग्राउंड किया जाये. शहर में जाम की समस्या के स्थायी निदान के लिए ओवरब्रिज का भी निर्माण हो.

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