भागलपुर: एक ओर सरकार सभी विभागों के कागजातों के उचित रख-रखाव के लिए बात करते आ रही है. और कई विभागों में कागजातों को सुरक्षित भी रखा गया है. लेकिन भागलपुर नगर निगम में मोटेशन शाखा के रखे मोटेशन के दस्तावेज उचित रख-रखाव के बिना धूल फांक रही है. लगभग हजार में से कुछ फाइलों को छोड़कर अन्य सभी फाइलों की स्थिति ठीक नहीं है.
एक अप्रैल 1981 में नगर निगम का गठन हुआ था. उसके पहले नगरपालिका था. उस समय के अभिलेख नगर निगम में तो 30 से 40 साल पुराने है. उस अभिलेख की स्थिति यह है कि उसे अगर पढ़ने की कोशिश की जाये तो वह ठीक से पढ़ा नहीं जायेगा. मोटेशन शाखा में फाइल रखने के लिए आलमीरा तक नहीं है.
पुराने काठ के बने बेंच नुमा दराज पर अभिलेखों को रखा गया है. मोटेशन शाखा की दीवार पर भी दीमक लगा हुआ है. यही दीपक अभिलेख को भी चाट रहा है. बारिश के दिनों में भी पॉलीथीन से ढक कर उसे बचाया जाता है. मोटेशन शाखा में यहां-वहां कई फाइले हैं. कई फाइलें तो शायद खराब भी हो चुकी हैं. अब यह जांच का विषय है कि अब तक कितने अभिलेख या कागजात खराब हो गये हैं. इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि इसके बचाव के उपाय किये जा रहे हैं.
40 साल पुराना अभिलेख भी नहीं मिलेगा
अगर आपको तीस से चालीस साल पुराने जमीन के कागजात देखने की आवश्कता हुई या निगम को देखना है तो उस दस्तावेज को खोजने में पसीना उतर जायेगा, वह दस्तावेज मिलेगा कि नहीं यह कहना मुश्किल है. अगर मिला तो उसी पर अंकित अक्षर को भी आप पढ नहीं पायेंगे.
बचाव के नहीं किये जा रहे हैं उपाय
अभिलेख के बचाव के लिए कोई उपाय नहीं किये जा रहे है. दस्तावेज जहां का तहां पड़ा है. पुराने दस्तावेज पर तो धूल की परत ही ढकी हुई है. इसे साफ भी नहीं किया जाता है. कुछ अभिलेख को तो अभिलेख शाखा के कर्मचारी सुरक्षित रखने की कोशिश भी किये है.