भागलपुर: मुन्ना भाई के सहारे लिखित परीक्षा पास कर सिपाही बने तीन लोगों को गुरुवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. नवगछिया के पिंटू कुमार, खगड़िया महेशखूंट के विरेंद्र कुमार और सहरसा सौर बाजार के विनय कुमार को चयन प्रक्रिया में गलत तरीका अपनाने के आरोप में जेल भेज दिया गया. तीनों को इशाकचक थाना की पुलिस ने लाइन से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इन तीनों के चयन पर सवाल उठाते हुए किसी ने केंद्रीय चयन समिति में आवेदन दिया था.
जांच में तीनों पर लगे आरोपों को सही पाया गया और तीनों को गिरफ्तार कर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया था. न फिंगर प्रिंट मिला, न ही सवालों के जवाब दे पायेकेंद्रीय चयन समिति में इन तीनों के खिलाफ आवेदन आने के बाद जांच की गयी.
जांच में तीनों को बुलाकर फिंगर प्रिंट मैच कराया गया. परीक्षा में शामिल होने वाले और इन तीनों का फिंगर प्रिंट मैच नहीं हो पाया. उसके बाद विरेंद्र, पिंटू और विनय से वे सवाल पूछे गये जो सिपाही भरती परीक्षा में पूछे गये थे. तीनों ने ही सवालों का औसत जवाब दिया, जबकि लिखित परीक्षा में उन्हें काफी अच्छे नंबर मिले थे.
तीनों के फर्जीवाड़ा का पता चलने के बाद इन्हें गिरफ्तार कर प्राथमिकी दर्ज करने के लिए जिले को लिखा गया था. तीनों ड्यूटी कर रहे थे, कहा उन्हें फंसाया गया विरेंद्र कुमार, पिंटू और विनय कुमार ट्रेनिंग के दौरान कुछ थानों में ड्यूटी भी कर चुके थे. कुछ खास मौकों पर उनसे काम लिया जा रहा था. तीनों का कहना है कि उन्हें फंसाया गया है. उन तीनों के बदले कौन बैठा था एग्जाम में यह बताने के लिए वे तैयार नहीं हुए.