भागलपुर: डाउन सूरत एक्सप्रेस में रविवार की रात बरियारपुर स्टेशन के पास हुई डकैती के मामले में चार सिपाही को निलंबित कर दिया गया है. चारों सिपाही जमालपुर रेल थाने में पदस्थापित हैं और ट्रेन में इनकी ड्यूटी लगी थी. चारों पर ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है. घटना के दौरान […]
भागलपुर: डाउन सूरत एक्सप्रेस में रविवार की रात बरियारपुर स्टेशन के पास हुई डकैती के मामले में चार सिपाही को निलंबित कर दिया गया है. चारों सिपाही जमालपुर रेल थाने में पदस्थापित हैं और ट्रेन में इनकी ड्यूटी लगी थी. चारों पर ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है.
घटना के दौरान कोई भी सिपाही एसी-थ्री टायर में नहीं था. एसआरपी उमा शंकर प्रसाद ने बताया कि एसी-थ्री कोच में एक-दो को छोड़ किसी भी यात्री के पास आरक्षित टिकट नहीं था. जिस समय वारदात हुई, उस समय बोगी में ज्यादातर लोकल यात्री सवार थे.
उन्होंने बताया कि टीटीइ की जिम्मेवारी के बारे में भी रेलवे को लिखा जायेगा. बता दें कि रविवार रात करीब आठ बजे बरियारपुर स्टेशन के नजदीक डाउन सूरत एक्सप्रेस के एसी-थ्री टायर में डकैती हुई थी, जिसमें हथियारबंद अपराधियों ने चलती ट्रेन में लूट को अंजाम दिया था. चंद मिनट में वातानुकूलित-3 कोच में महिला कांस्टेबुल संध्या कुमारी, डय़ूटी पर तैनात डिप्टी सीआइटी फतुहा के सुनील कुमार, खगौल के काशीनाथ, पटना के विजय कुमार साह, शकुनी चौधरी के पुत्र राजेश चौधरी, राजद नेत्री पूनम झा उर्फ गुड्डी आदि के साथ लूटपाट हुई थी. लूटपाट के बाद सभी लुटेरे वेक्यूम कर कल्याणपुर स्टेशन के नजदीक ट्रेन से उतर गये थे.
सभी बिंदुओं पर होगी जांच : एसआरपी
ट्रेन डकैती के मामले में रेल पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच करेगी. रेल पुलिस का मानना है कि यात्रियों का ध्यान भटकाने के लिए पहले एक बूढ़े व्यक्ति की पिटाई की गयी, क्योंकि लूट से अधिक वक्त ट्रेन रोक कर अपराधियों को भागने में लगा है. एसआरपी ने उमाशंकर प्रसाद ने बताया कि इस बिंदु पर भी जांच होगी कि शकुनी चौधरी के पुत्र राजेश चौधरी के लैपटॉप में तो कुछ ऐसा नहीं था, जिसे लूटने के लिए हथियारबंद अपराधी ट्रेन में सवार हुए. श्री प्रसाद ने बताया कि सभी बिंदुओं पर जांच की जायेगी. इसके मामले का आइओ कृपा सागर को बनाया गया है.