भागलपुर: गोपालपुर की बेबी देवी को फर्श पर रख कर इलाज करने की खबर प्रभात खबर में छपने के बाद मंगलवार को वह अस्पताल से गायब हो गयी. हालांकि यहां के चिकित्सकों व कर्मचारियों ने बताया कि उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है, पर जब सजर्री वार्ड में उसकी तलाश की गयी, तो कुछ पता नहीं चला. इस संबंध में इमरजेंसी प्रभारी डॉ सुरेश प्रसाद ने बताया कि मरीज की हालत में सुधार होने पर प्रतिदिन मरीजों को वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाता है.
ऐसे में किसी मरीज का नाम याद नहीं रहता है. दूसरी ओर अधीक्षक डॉ आरसी मंडल का कहना था कि उन्होंने भी सुबह इमरजेंसी का निरीक्षण किया था. उस वक्त भी वह महिला मरीज वहां नहीं थी. पूछने पर बताया कि उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया होगा. दूसरी ओर जब रात साढ़े दस बजे अस्पताल के एक कर्मचारी से इस संबंध में पूछा गया, तो उसने बताया कि बबीता नाम की एक मरीज को 19 जुलाई को भरती किया गया था, पर रिपोर्ट बुक में लामा लिखा हुआ है.
चिकित्सकों के मुताबिक अस्पताल से बिना चिकित्सक की मरजी के घर जाने वाले मरीजों को लामा कहा जाता है. बता दें कि बेबी देवी के सीने का ऑपरेशन किया गया था और वह पिछले दो दिनों से बेहोशी अवस्था में थी . अधिकारियों के जवाब से यह सवाल उठने लगा है कि सोमवार देर रात तक बेहोश महिला व परेशान परिजन कहां गायब हो गये. अगर वो भाग भी गये तो यह सबको दिखा होगा, क्योंकि मरीज बेहोश थी. ऐसे में किसी ने बेहतर इलाज की व्यवस्था क्यों नहीं की. रात में डय़ूटी पर तैनात चिकित्सकों ने क्या किया. जानकारों का कहना है कि ऐसे परेशान मरीज अस्पताल से भाग जाते हैं, पर उन्हें रोकने की जगह सब चुप रह जाते हैं.