भागलपुर: शहर में ड्रेनेज सिस्टम के लिए आयी 44 करोड़ की राशि नगर निगम व पीएचइडी विभाग में पड़ी रही, लेकिन ड्रेनेज की नींव तक नहीं पड़ी और राशि मार्च में लौट गयी. एक महीने के बाद मानसून की बारिश से नालों का पानी सड़कों पर बहेगा और लोग नारकीय जीवन जीयेंगे. शहर के बड़े 16 नाले जिसमें शहर के छोटे नालों का पानी आता है, उसकी सफाई नहीं हो पायी है, इन नालों में गाद भरा है. निगम सूत्रों के अनुसार अभी तक इसके सफाई के लिए फंड आवंटित नहीं हुआ है.
निगम को 2006 में मिली थी राशि : वर्ष 2006-07 में नगर विकास विभाग की ओर से ड्रेनेज सिस्टम की पहली किस्त में 23 करोड़ 67 लाख की राशि मिली. उसके बाद पुन: 21 करोड़ 20 लाख की राशि मिली. राशि आने के बाद एक साल तक कोई काम नहीं हुआ. उस समय नगर विकास मंत्री अश्विनी कुमार चौबे थे. वर्ष 2008-09 में यह राशि को पीएचइडी विभाग के पास चली गयी. वहां भी राशि तीन साल तक बिना कार्य हुए पड़ी रही.
यह राशि 2012-13 में पुन: नगर निगम के पास आ गयी. इस तरह पिछले आठ साल से इस राशि से कोई कार्य नहीं हुआ. यह राशि बैंक में इतने सालों तक रहती, तो इसके व्याज से निगम विकास के कार्य करता. निगम की इस राशि को जिलाधिकारी के आदेश पर तत्कालीन नगर आयुक्त बिहारी दास ने विभाग को लौटा दिया.
नालों की सफाई के लिए राशि का आवंटन नहीं : निगम के शहर में 16 बड़े नाले व 150 से अधिक छोटे नाले है, लेकिन अभी तक नालों की सफाई के लिए निगम की ओर से राशि का आवंटन नहीं हुआ है. नगर निगम के स्वास्थ्य प्रभारी ने आवंटन के लिए निगम की स्टैंडिंग कमेटी में प्रस्ताव दिया है, लेकिन अभी तक प्रस्ताव पास नहीं हो पाया है. जब तक प्रस्ताव पास नहीं होगा,सफाई कार्य नहीं हो पायेगा.