अंकित इशीपुर-बाराहाट थाना क्षेत्र के विशाल गांव का रहनेवाला है और बीएसएफ की 44 वीं वाहिनी में तैनात है. अंकित का कहना है कि गांव की एक लड़की उस पर अवैध तरीके से शादी करने और गर्भवती होने का आरोप लगा रही है. जवान के मुताबिक, गांव की उक्त लड़की से मार्च 2014 में उसकी जान-पहचान हुई थी. इस दौरान 25 अप्रैल से चार मई तक जवान छुट्टी पर गांव आया था. इस दौरान एक मई को लड़की ने अंकित से मिलने के लिए अपने घर बुलाया, लेकिन अंकित मिलने नहीं गया. जवान के मुताबिक, दो मई की सुबह लड़की खुद अपनी मांग में सिंदूर भर कर शोर मचाने लगी कि अंकित ने उसकी मांग भर दी है.
यहीं नहीं, लड़की ने यह भी कहा कि उसे तीन माह का गर्भ है. उसके पेट में पल रहा है बच्च अंकित का है. जवान का कहना है कि उसने कभी भी लड़की से कोई संबंध नहीं बनाया. उसका आरोप बेबुनियाद है. जवान ने मांग की है कि लड़की का मेडिकल चेकअप और उसके पेट में पल रहे बच्चे की डीएनए जांच करायी जाये. अगर जांच में यह साबित हो जाता है कि बच्च मेरा है तो मैं पूरे समाज के सामने लड़की और उसके बच्चे को स्वीकार कर लूंगा. जवान के मुताबिक, लड़की का परिवार दबंग किस्म का है और हमलोगों को डरा-धमका कर जबरन लड़की को अपनाने के लिए दबाव बना रहा है. यहीं नहीं, लड़की को मेरे घर भी भेज दिया है और मेरे माता-पिता व अन्य परिजनों को मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया. इस कारण मेरे माता-पिता इधर-उधर भटक रहे हैं. जवान ने कहा कि इस परिवारिक और मानसिक परेशानी के कारण देश की सीमा पर ड्यूटी करने में परेशानी हो रही है. इसलिए पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच हो, ताकि सच्चई सामने आ सके.