इसके अलावा शिक्षक नियोजन गोराडीह के अंतर्गत शिक्षक नियुक्ति पत्र में बड़े पैमाने पर हुई गड़बड़ी की मेधा सूची भी टीम को सौंपी गयी है. निगरानी टीम खुद से गोराडीह शिक्षक नियोजन इकाई की भी जांच करेगी. डीपीओ ने बताया कि शिक्षकों के मूल प्रमाण पत्र की जांच के बाद सूची तैयार कर निगरानी टीम को सौंपी जायेगी. डीपीओ ने नवगछिया, गोराडीह आदि प्रखंडों से शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र कम संख्या में मिलने पर नाराजगी जतायी.
उन्होंने बताया कि शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र में संबंधित स्कूल के प्रधानों का हस्ताक्षर होना अनिवार्य है. विद्यालय प्रधान अपने बीआरसी के शिक्षकों के प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर करेंगे. जबकि जिला स्तर पर प्रधानों को स्थापना शाखा के शिक्षकों की फाइल पर हस्ताक्षर करना है. यह निदेश मुख्यालय से विभाग को प्राप्त हुआ है.